रोजगार के लिए मजदूर मद्रास पलायन
संवाद सहयोगी मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) लॉकडाउन के समय से ही बेरोजगारी का मार झेल रह
संवाद सहयोगी, मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा): लॉकडाउन के समय से ही बेरोजगारी का मार झेल रहे मजदूर रोजगार की तलाश में घर से अब निकलने लगे हैं। सोमवार को नारायणपुर प्रखंड के केंदुआटांड़ में करीब 20 की संख्या में बस का इंतजार करते मजदूर दिखे। मजदूरों का यह हुजूम सरकार के रोजगार देने के दावे को गलत साबित कर रहा था। ये सारे मजदूर बांकूडीह पंचायत के विभिन्न गांव के थे। मजदूर लॉक डाउन की घोषणा के साथ ही अपने काम को छोड़कर मद्रास से घर लौटे थे और आठ महीने से घर में बेरोजगार पड़े थे। उनका कहना था कि बगैर काम के आठ महीने तक बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। परिवार का खर्चा नहीं चल रहा था। महाजन से कर्ज लेकर अपने घर परिवार के खर्चे की व्यवस्था करनी पड़ी। बैंक खाता में जो भी रुपए थे वह सारे खत्म हो गए। ऐसी परिस्थिति में वे फिर से घर से बाहर जाने को विवश हैं। कहा कि मद्रास की कंपनी से संपर्क साधा और थैला आदि समेटकर घर से निकल पड़े।
मजदूर मकबूल अंसारी, राजू तुरी आदि ने बताया वे अकुशल मजदूर को यहां आठ महीने के दौरान किसी प्रकार का रोजगार का कार्य नहीं मिला। लिहाजा पारिवारिक हालात को देखते हुए हम सबों ने इकट्ठे मद्रास की कंपनी से संपर्क साधा और रोजगार की बात की । बिल्डिग निर्माता कंपनी तक पहुंचने के लिए बस रिजर्व किए हैं।