करमाटांड़ प्रखंड का नाम होगा विद्यासागर : रघुवर
पंडित ईश्वरचंद्र विद्यासागर की कर्मभूमि नंदन कानन परिसर में मुख्यमंत्री रघुवर दास का स्वागत पुष्प वर्षा से किया गया।
संवाद सूत्र, करमाटांड़़ (जामताड़ा) : पंडित ईश्वरचंद्र विद्यासागर की कर्मभूमि नंदन कानन परिसर में मुख्यमंत्री रघुवर दास का स्वागत पुष्प वर्षा से किया गया। यहां मुख्यमंत्री ने समिति की मांग पर घोषणा की कि करमटांड़ प्रखंड अब विद्यासागर के नाम से जाना जाएगा। इससे पहले उन्होंने व कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने पंडित ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। फिर पंडित विद्यासागर के आवास व उनके पलंग का देखा।
नंदनकानन परिसर में स्मृतियों को देखने के बाद विद्यासागर स्मृति रक्षा समिति के साथ बैठक बैठक की। समिति ने 200 वीं वर्षगांठ पर उनकी तस्वीर, मोमेंटो व पुष्पगुच्छ देकर सीएम को सम्मानित किया समिति ने सात सूत्री मांग पत्र सौंपा। इसमें नंदनकानन के विकास, शांतिनिकेतन के अनुरूप पर्यटक केंद्र के रूप में विकसित करने, गेस्ट हाउस का निर्माण करने, संग्रहालय की स्थापना करने, नंदनकानन परिसर में स्काउट एंड गाइड व एनसीसी जैसे कैंप स्थापित करने, महिला कौशल केंद्र खोलने जैसी मांग थी। सीएम ने तत्काल उपायुक्त गणेश कुमार को समस्याओं के निदान पर अविलंब पहल करने को कहा। सरकार को प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया।
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पूर्व के सीएम ने इतनी नहीं दिखाई थी रुचि : पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने नंदनकानन पर ध्यान दिया। हालांकि इससे पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन, शिक्षा मंत्री बंधु तिर्की, अर्जुन मुंडा, गुलाम सरवर जैसे कई दिग्गज नेता आ चुके हैं। कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने सौंदर्यीकरण का कार्य भी करवाया है। सांसद सुनील सोरेन, विद्यासागर स्मृति रक्षा समिति के चेयरमैन अरुण कुमार बोस, विद्रोह कुमार मित्रा, सुनिर्मल दास, सच्चिदानंद सिन्हा, तपन राय, चंदन मुखर्जी, देवआशीष मिश्रा, राजेश मंडल आदि थे। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर की प्रधानाध्यापक बोलय पंडित व शिक्षकों ने भी मुख्यमंत्री कोसम्मानित किया।