कला व नृत्य में झिलुआ शिशु मंदिर ने मारी बाजी
विद्यासागर (जामताड़ा) सरस्वती शिशु मंदिर जामताड़ा में संकुल स्तरीय कला व नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता का शुभारंभ देवघर विभाग प्रचारक कुणाल कुमार देवघर विभाग प्रमुख सुरेश कुमार व संकुल स्तरीय विद्यालय के प्रमुख बोलाई पंडित ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
विद्यासागर (जामताड़ा) : सरस्वती शिशु मंदिर जामताड़ा में संकुल स्तरीय कला व नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता का शुभारंभ देवघर विभाग प्रचारक कुणाल कुमार, देवघर विभाग प्रमुख सुरेश कुमार व संकुल स्तरीय विद्यालय के प्रमुख बोलाई पंडित ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस प्रतियोगिता में कुल सात विद्यालय के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। मौके पर कुणाल सिंह ने कहा कि रंगोली का आध्यात्मिक महत्व प्राचीन काल में भी इसे स्मृति का प्रतीक माना गया है। बच्चों को संस्कृति के प्रति जागरूक करना रंगोली माध्यम का मुख्य उद्देश्य है। इसके साथ ही बच्चों द्वारा विधानसभा चुनाव में शतप्रतिशत मतदान हो इसके लिए भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बच्चों का सर्वागीण विकास हो इसलिए इस तरह की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है और यह प्रतियोगिता दो वर्गो में शिशु वर्ग व बाल वर्ग के रूप में किया गया। शिशु वर्ग में नृत्य में राजा सरस्वती शिशु मंदिर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, द्वितीय स्थान झिलुवा ने व बाल वर्ग में झिलुआ ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तो द्वितीय स्थान करौं ने व रंगोली प्रतियोगिता में झिलुआ ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तो दूसरा स्थान मिहिजाम ने और तीसरे स्थान विद्यासागर ने प्राप्त किया। संकुल स्तरीय कला व नृत्य प्रतियोगिता में सरस्वती शिशु मंदिर झिलुआ ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।