यहां रहते हैं देश के सबसे शातिर साइबर क्रिमिनल, जानिए
यहां के अपराधी फर्जी नंबर से लोगों को बैंक कर्मचारी बन कर फोन करते हैं।
जामताड़ा, जेएनएन। झारखंड का जामताड़ा जिला साइबर क्राइम का हब बना गया है। देश की ज्यादातर घटनाएं यहीं होती हैं। यहां के अपराधी फर्जी नंबर से लोगों को बैंक कर्मचारी बन कर फोन करते हैं। फोन पर कहते हैं कि उनका एटीएम ब्लॉक हो गया है, अनब्लॉक करने के लिए में वे सीवीवी, कार्ड नंबर व एटीएम पिन मांग लेते हैं। इसके बाद वे महंगे सामान खरीद कर उसे सस्ते दामों में बेच देते हैं।
दिल्ली पुलिस ने करमाटांड़ नावाडीह भीठरा गांव से सलीम अंसारी व उसके भाई मोहम्मद सद्दाम को गिरफ्तार किया था। सलीम की पहचान साइबर अपराधियों के सरगना के रूप में पुलिस ने की है। महीनों पहले उसने फर्जी बैंक अधिकारी बनकर दिल्ली के एक व्यवसायी के खाते से मोटी रकम उड़ाई थी। सलीम के गिरोह में करीब दो सौ युवकों के शामिल होने का संदेह है।
मगर बताया कि साइबर अपराध से उसने एक करोड़ से अधिक की संपत्ति अर्जित की है। पुलिस सलीम की उसकी संपत्ति का आंकलन कर रही है। वह स्थानीय पुलिस का भी वांछित था। दिल्ली पुलिस उसे अपने साथ ले गई। वहीं, उसके भाई मोहम्मद से स्थानीय पुलिस पूछताछ तक रही है।
साइबर डीएसपी सुमित कुमार ने बताया कि दिल्ली क्राइम ब्रांच के साइबर सेल में सलीम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है। करमाटांड़ पुलिस की हिरासत से साइबर आरोपियों को जबरन छुड़ाने व सरकारी काम में बाधा डालने के मामले में स्थानीय पुलिस को भी उसकी तलाश थी। उसे उसके घर से गिरफ्तार किया गया। पांच मोबाइल भी जब्त किए गए। साक्ष्य के साथ उसे दिल्ली पुलिस अपने साथ ट्रांजिट रिमांड पर ले गई। उसने काफी अवैध संपत्ति अर्जित की है।
छापेमारी के दौरान सलीम ने घर से भागने की कोशिश की, मगर वह पुलिस की घेराबंदी को नहीं तोड़ पाया। साक्ष्य मिटाने के लिए उसने अपना मोबाइल शौचालय में डाल दिया था। उसने अपने घर के सभी कमरों में सीसीटीवी लगा रखा था। उसने अपने गांव में बाजिया गारमेंट के नाम से कपड़ा दुकान खोल रखी है। उस दुकान में ही लाखों की मशीन है।
इससे वह रेडीमेड कपड़ों में स्टीकर पंचिंग कर उसे बाजार में आपूर्ति करता था। दो वर्षों में उसने अपनी आर्थिक स्थिति बेहद मजबूत कर ली थी। उसका पिता मन्नान अंसारी किसान है। छापेमारी में शामिल थाना प्रभारी कृष्णदत्त झा ने बताया कि पुलिस वाहन पर पथराव कर साइबर आरोपियों को मुक्त कराने में सलीम का हाथ है।
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