कल के लिए जरूर बचाएं जल
वर्तमान समय में जल का दोहन जिस गति से हो रहा है निकट भविष्य में मानव का जीवन संकट में आ जाएगा। इसके संकेत अभी से मिलने लगे हैं।
जासं, जामताड़ा : वर्तमान समय में जल का दोहन जिस गति से हो रहा है निकट भविष्य में मानव का जीवन संकट में आ जाएगा। इसके संकेत अभी से मिलने लगे हैं। कहीं अतिवृष्टि तो कहीं अनावृष्टि। धरती का जल स्तर गिरता जा रहा है। जल को संरक्षित करें। यह धरती हमारी नहीं है, बल्कि भावी पीढ़ी की धरोहर है। इसी मकसद से जलसंरक्षण के लिए सोमवार को स्थानीय सावित्री देवी डीएवी प्लस टू स्कूल पौधारोपण किया गया। वरीय वर्ग के विद्याíथयों में से 50 को चुनकर जागरण जलसैनिक के रूप में शपथ दिलाई गई।
प्राचार्य डॉ. जीएन खान ने विद्याíथयों से कहा कि लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ऋतु चक्र का क्रम ध्वस्त हो रहा है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि आगामी विश्वयुद्ध पानी पर लड़ा जाएगा। ऐसे में हमें जल संरक्षण के प्रति विशेष जागरूक रहना चाहिए। जल संरक्षण का सबसे कारगर उपाय है पौधरोपण। अधिक से अधिक पौधे होंगे तभी जल का संरक्षण संभव होगा। बारिश का पान बहकर नदियों व समुद्र में न जाए। उन्होंने पेड़ लगाएं जल बचाएं का नारा भी दिया। पौधरोपण के मौके पर डॉ जेके सिंह, डॉ. राघवेन्द्र तिवारी, डॉ. अश्विनी दुबे, एसके दास, कमलेश प्रसाद, पीके सिंह, बीएन सिंह, विनय कृष्ण रीता नाग, नरगिस जेबा, अर्चना सिंह, बन्नोश्री सरकार, सुपर्णा राय, संगीता पानीकर, शबनम, खुर्रम खान, अजय कुमार, सुखदेव मंडल व जल सैनिक उपस्थित थे।