स्याही से उकेरी बूंद-बूंद की अहमियत
दैनिक जागरण के जलसंरक्षण अभियान सहेज लो दो बूंद के तहत शैक्षणिक अंचल नारायणपुर के राजकीय कृत मध्य विद्यालय देवलबाड़ी में जलसैनिकों के बीच निबंध लेखन व चित्रांकन कार्यक्रम आयोजित हुआ।
संवाद सहयोगी, मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : दैनिक जागरण के जलसंरक्षण अभियान सहेज लो दो बूंद के तहत शैक्षणिक अंचल नारायणपुर के राजकीय कृत मध्य विद्यालय देवलबाड़ी में जलसैनिकों के बीच निबंध लेखन व चित्रांकन कार्यक्रम आयोजित हुआ। विद्यार्थियों ने जल संरक्षण से जुड़े विभिन्न प्रकार के चित्र उकेर कर उन्होंने अपनी बौद्धिकता का परिचय दिया। रचनात्मकता के बूते शब्दों को जोड़कर जल संरक्षण विषय पर निबंध लिखा। विद्यार्थियों ने यह दर्शाया कि बर्बाद होते पानी को कैसे बचाना है।
विद्यार्थियों ने संदेश दिया कि पानी की एक बूंद का भी बहुत ा महत्व है। इसके लिए हमें जल संरक्षण की मुहिम को समाज तक पहुंचाना है। विद्यार्थियों ने निबंध के माध्यम से देश में जल संकट को उजागर करने का प्रयास किया। जल संकट को कैसे रोका जाए, इसके लिए भी निबंध में सुझाव व्यक्त किया। विद्यार्थियों ने यह बताया कि परिवार का एक-एक सदस्य पानी की बर्बादी को रोकें। बरसात के जल को गांव में रोकने का कार्य करें। जितनी पानी की आवश्यकता है उतना ही पानी का इस्तेमाल करें। खाली पड़े भूभाग में पौधे लगाएं। ऐसा करने से जल संकट दूर हो सकता है।
प्रधानाध्यापिका कौसर जहां, शिक्षक पवन सिंह, जय देव पांडेय, तारकेश्वर मंडल ने जल सेना से कहा कि पानी बचाना सिर्फ सरकार की जिम्मेवारी नहीं है, यह समाज की भी जवाबदेही है। सबों के सहयोग से बनी जल सेना जल संरक्षण की मुहिम को समाज तक पहुंचाने की दिशा में बेहतर कार्य कर रही है। आप सभी को एक सुनहरा अवसर मिला है। इस अवसर का लाभ उठाकर आप जल संरक्षण के दिशा में समाज के लोगों का सहयोग लेकर छोटे-छोटे उपाय करें। अपने घर के बगीचे में खाली पड़ी भूमि पर पौधे लगाएं। चापाकल कूप आदि के अगल-बगल में शॉकपिट का निर्माण लोगों के सहयोग से करें। इससे जल की बर्बादी नहीं होगी। पानी जमीन के अंदर जाएगा तो जलस्तर कायम रहेगा। बेकार में बह रहे पानी को सहेजने का काम करें। शिक्षकों ने कहा कि यदि समाज का हर व्यक्ति जल संरक्षण के लिए थोड़ा-थोड़ा समय देंगे बड़ी मात्रा में पानी की बर्बादी रुकेगी। सभी बच्चे इस मुहिम में लोगों को जोड़ने का कार्य करें। यदि समाज का एक-एक व्यक्ति एक-एक पौधा लगाएंगे तो धरती में एक नई हरियाली तैयार होगी। मौके पर तापस मंडल, कृपासिधु मंडल, अनूप मंडल, सचिन मंडल, भवानी मंडल, मुस्कान कुमारी, नरेंद्र राय, प्रसनजीत मंडल, सुषमा कुमारी, निखिल आदि उपस्थित थे।