आसमान छूती महंगाई ने थाली से गायब की सब्जी
सेव के भाव से बिक रहे प्याज से सब्जी का जायका भी बिगड़ने लगा है। गत एक माह से हरी सब्जी के साथ प्याज का दाम आसमान छू रहा है। बाजार हाट में कोई भी हरी सब्जी 40 से 50 रुपये किलो से कम नहीं है। जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के थाली से हरी सब्जी गायब हो चुकी है। बाजार में जहां प्याज का दाम 60
संवाद सहयोगी, कुंडहित (जामताड़ा) : इन दिनों हरी सब्जी खरीदने में लोगों को सोचना पड़ रहा है। वहीं सेव के भाव से बिक रहे प्याज से सब्जी का जायका भी बिगड़ने लगा है। गत एक माह से हरी सब्जी के साथ प्याज का दाम आसमान छू रहा है। बाजार हाट में कोई भी हरी सब्जी 40 से 50 रुपये किलो से कम नहीं है। जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के थाली से हरी सब्जी गायब हो चुकी है।
बाजार में जहां प्याज का दाम 60 रूपया होने से आम लोग प्याज खरीदना ही भूल गए। इसी तरह परवल 50 रूपया, टमाटर 60 रूपया, आदी 200 रूपया, लहसून 140 रूपया, मिर्च 100 रूपया, मूली 40 रूपया, पत्ता गोभी 60 रूपया, फूल गोभी 50 रूपया पीस, खीरा 40 रूपया, गाजर 130 आदि सब्जियों का दाम आसमान छूने से आमजनों के पहुंच से सब्जी दूर हो गया। इस क्षेत्र के लोग मौसमी बारिश के आधार पर खेतीबाड़ी करते है। साल में एक बार ही खेती होती है। जिस कारण क्षेत्र के लोगों के लिए ऊंची दाम पर हरी सब्जी खरीदना नागवार हो गया है।
-- क्या कहते हैं जिला परिषद सदस्य : जिप सदस्य भजहरी मंडल ने कहा कि इस क्षेत्र में अजय बराज योजना में पानी आ जाता तो स्थानीय किसानों को रबी व खरीफ दोनों फसल का लाभ मिलता। 40 साल बीत जाने के बाद भी अजय बराज नहर में पानी नसीब नहीं हुआ। क्षेत्र में बड़ी मात्रा में किसानों का अजय बराज योजना में खेत चला गया लेकिन बचे खेत में आज तक पानी नहीं पहुंच पाए। इघर एक महीना से प्याज सहित अन्य हरी सब्जियों का दाम बढ़ जाने से गरीब तबके के लोग प्रभावित हो रहे हैं।