सीएसपी के सहारे ठगी की राशि खपा रहे अपराधी
अपने गढ़ में साइबर अपराधी ग्राहक सेवा केंद्र का इस्तेमाल साइबर अपराध को बढ़ावा देने में कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, जामताड़ा : अपने गढ़ में साइबर अपराधी ग्राहक सेवा केंद्र का इस्तेमाल साइबर अपराध को बढ़ावा देने में कर रहे हैं। करमाटांड़ के नावाडीह भिठरा निवासी सह सीएसपी (कस्टमर सर्विस प्वाइंट) संचालक शफीक अंसारी के साइबर अपराधियों से गठजोड़ व लाखों के लेनदेन का पता पुलिस लगा रही है। दूसरे मामले में करमाटांड़ थाना के बिशनुपुर के सीएसपी संचालक बजरंगी दास की करतूत पुलिस के सामने उजागर हो चुकी है। वह भी साइबर अपराधियों की ओर से उड़ाई गई राशि को अपने व सहयोगियों के बैंक खातों में जमा करवाता है। फिर एटीएम से राशि निकालकर अपराधियों तक पहुंचाता है। बदले में वह कमीशन के तौर पर 30-40 फीसद राशि अपने पास रख लेता है। यह खुलासा साइबर पुलिस के समक्ष बजरंगी के सहयोगी बिहारी मंडल ने किया है। बिहारी गुरुवार शाम को दबोचा गया था।
दरअसल, सीएसपी संचालक बजरंगी दास व बिहारी मंडल बिशनुपुर से यहां शहर एटीमएम से राशि निकालने पहुंचा था। एटीएम से उसने राशि निकासी भी कर ली थी। इस बीच साइबर थाना के सुनील इंस्पेक्टर को सूचना मिली। पुलिस टीम ने घेराबंदी की तो बजरंगी भाग निकला और बिहारी मंडल पकड़ा गया। दोनों बिशनुपुर के ही निवासी है। तलाशी में बिहारी के पास से मोबाइल, सिम, एसबीआइ का बैंक खाता, एटीएम व 11000 हजार रुपये बरामद किए गए। बिहारी ने बताया कि वह बजरंगी के साथ यहां आया था। बजरंगी गांव में सीएसपी चलाता है। इंस्टेंट मनी पेमेंट सिस्टम (आइएनपीएस) से साइबर अपराधी दूसरों के खातों से रुपये उड़ाकर बजरंगी व उसके बताए गए खातों में जमा करता है। बिहारी के मुताबिक वह बजरंगी के कहने पर ही साइबर के इस धंधे में उतरा है। साइबर थाना के इंस्पेक्टर सह प्रभारी सुनील चौधरी ने बताया कि शहर से बिहारी मंडल को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया गया। अब फरार सीएसपी संचालक बजरंगी की तलाश की जा रही है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप