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आइजी पहुंची लटैया गांव, सूचक से की पूछताछ

मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : आइजी सुमन गुप्ता ने पुलिस कर्मी ¨पकी कुमारी के ऊपर लगे आरोप की जांच करने शनिव

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Jun 2018 09:57 AM (IST)Updated: Sun, 03 Jun 2018 09:57 AM (IST)
आइजी पहुंची लटैया गांव, सूचक से की पूछताछ
आइजी पहुंची लटैया गांव, सूचक से की पूछताछ

मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : आइजी सुमन गुप्ता ने पुलिस कर्मी ¨पकी कुमारी के ऊपर लगे आरोप की जांच करने शनिवार को नारायणपुर थाना क्षेत्र के लटैया गांव पहुंचीं। उन्होंने सूचक दुलारी देवी से पूरे मामले की जानकारी ली। साथ ही कुछ गवाहों का बयान भी कलमबद्ध किया।

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बता दें कि वर्ष 2017 में दुलारी देवी के परिजन गणपति मंडल एवं गांव के मुकेश मंडल एवं नंद किशोर मंडल के विरुद्ध साइबर अपराध का मामला दर्ज हुआ था। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद आरोपित के घर में पुलिस की छापेमारी हुई थी। जिसमें पुलिस को कई सामग्री हाथ लगी थी। इसी छापेमारी को हथियार बना कर आरोपितों के परिजन दुलारी देवी ने महिला पुलिस कर्मी पर बड़ी रकम लेने का आरोप लगाया था। इस मामले में थाने में कांड संख्या 50/2017 दर्ज किया गया है। मामले की जानकारी जब आइजी को मिली तो उन्होंने स्वयं इसका अनुसंधान शुरू किया है। दुलारी देवी एवं इनके परिवार के करीब पांच लोगों से आइजी ने घंटों पूछताछ की। अनुसंधान में क्या सामने आया इसका खुलासा आइजी ने नहीं किया है। यहां तक की पुलिस अधिकारियों ने दुलारी देवी एवं इनके परिजनों को भी मीडिया से बात करने को मना किया है। मिली जानकारी के अनुसार दुलारी देवी अपने बयान को आइजी के समक्ष बार-बार बदल रही थी। इसके पूर्व भी जब अन्य पुलिस अधिकारियों ने बयान कलमबद्ध किया था तो उन्होंने अलग-अलग बयान दिया था। यही कारण है की मामला बड़ा बना और आइजी को जामताड़ा पुलिस की कार्यशैली पर भी शंका हुआ। बता दें कि नारायणपुर थाना क्षेत्र कुछ वर्षो से साइबर अपराध का गढ़ बना हुआ है। पिछले दो सालों में कई बड़े-बड़े साइबर अपराधी पर पुलिसिया कार्रवाई हो चुकी है। कई बार साइबर अपराधी पुलिस पर भारी पड़ा है तो कई बार छापेमारी के क्रम पुलिस अपराधी पर भारी पड़ा है। कभी परिजन से पुलिस पर प्राथमिकी दर्ज करवाई है तो कभी गांव के लोगों को इकट्ठा कर पुलिस पर दबाब बनाई है। यहां के अपराध से पुलिस मुख्यालय रांची भी वाकिफ है यही कारण है कि जिले में साइबर अपराध को रोकने के लिए जामताड़ा जिला मुख्यालय में साइबर थाना की भी स्थापना की गई है।

-आइजी ने स्थानीय पुलिस अधिकारियों को लगायी फटकार : अनुसंधान के दौरान उन्होंने एसडीपीओ पूज्य प्रकाश एवं अन्य पुलिस अधिकारी को इस मामले को लेकर कड़ी फटकार लगाई। कहा कि जांच में क्यों ढिलाई बरती गई। महिला दुलारी देवी की बात क्यों नहीं सुनी गई। थाना प्रभारी अजय कुमार ¨सह को बुला कर कड़ी हिदायत दिया और कई अहम जानकारी ली।

-आइजी का लटैया पहुंचना बना चर्चा का विषय : थाना क्षेत्र के चौक चौराहों पर दिन भर कांड की जांच का खूब चर्चा बना रहा। साइबर अपराध को संरक्षण देने वाले लोग इसे पुलिस पर कार्रवाई की बात कह रहे थे तो साइबर का विरोध करने वाले लोग महिला के आरोप को गलत बता रहे थे।

- दुलारी देवी ने आरोप से पलटी : दुलारी देवी ने आइजी को बताया कि तीस हजार रुपये पुलिस ले गए थे। वह राशि छापेमारी के कुछ दिनों के बाद घर के पास पुआल में मिल गया था। मौके पर एसपी डॉ. जया रॉय, अनुमंडल पुलिस अधिकारी पूज्य प्रकाश, सुनील चौधरी, अजय ¨सह, सुरेंद्र प्रसाद आदि मौजूद थे।


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