विद्यासागर क्वारंटाइन सेंटर में हाईप्रोफाइल ड्रामा
विद्यासागर (जामताड़ा) विद्यासागर (करमाटांड़) क्वारंटाइन केंद्र में मंगलवार को हाईप्रोफाइल ड्रामा देखने को मिला। क्वारंटाइन केंद्र पर प्रत्येक दिन की भांति स्वास्थ्य विभाग के कर्मी जांच करने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान केंद्र पर क्वारंटाइन मजदूर मोहम्मद तेजूद्दीन अंसारी ने कर्मियों को जानकारी दी कि उनकी तबीयत काफी खराब है और अंदर से ठंड लग रही है।
विद्यासागर (जामताड़ा) : विद्यासागर (करमाटांड़) क्वारंटाइन केंद्र में मंगलवार को हाईप्रोफाइल ड्रामा देखने को मिला। क्वारंटाइन केंद्र पर प्रत्येक दिन की भांति स्वास्थ्य विभाग के कर्मी जांच करने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान केंद्र पर क्वारंटाइन मजदूर मोहम्मद तेजूद्दीन अंसारी ने कर्मियों को जानकारी दी कि उनकी तबीयत काफी खराब है और अंदर से ठंड लग रही है। कर्मी ने इसकी जानकारी वरीय पदाधिकारी को देते हुए उसे जामताड़ा रेफर करने की बात कही। मांग पर 108 एंबुलेंस नहीं मिलने की स्थिति में बीमार मजदूर केंद्र का दरवाजा पिटना शुरू कर दिया। जब सुबह आठ बजे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची तो डॉ. संजय पासवान ने मामले से सिविल सर्जन डॉ. आशा एक्का को अवगत कराया। जब एंबुलेंस पहंची तो चालक बीमार को अकेले ले जाने से इन्कार कर दिया।
जबकि सीएस ने एंबुलेंस उपलब्ध कराते हुए मजदूर को स्वास्थ्य जांच के लिए जामताड़ा ले जाने का निर्देश दिया। एंबुलेंस में सिर्फ ड्राइवर ही था। चालक रवींद्र प्रसाद का कहना था कि वह अकेले हैं। ऐसे मरीज को अकेले कैसे ले जा सकते हैं। उसने सहयोग के लिए एक स्वास्थ्य कर्मी की व्यवस्था कराने की मांग की। उसके बाद स्वास्थ्य कर्मी की खोज का ड्रामा वहां शुरू हो गया। किसी तरह से एक कर्मी तैयार हुआ तो बीमार मजदूर को जामताड़ा भेजा गया। मामले को लेकर डॉ. संजय पासवान ने बताया कि अगर थर्मल स्कैनर होता तो मजदूर के शारीरिक तापमान की जांच यहीं की जा सकती थी। प्रखंड को सुविधा उपलब्ध नहीं होने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मजदूर मोहम्मद तेजुद्दीन अंसारी 18 अप्रैल को कोलकाता से नवादा जा रहा था। इसी बीच पुलिस कर्मियों ने कालाझरिया गांव के समीप उसे पकड़ कर क्वारंटाइन किया था।