सांप काटने पर अस्पताल जाएं, झाड़फूंक नहीं
अंधविश्वास के चक्कर में किसी व्यक्ति को मौत की नींद न सुलाएं। सांप काटने से किसी व्यक्ति की मौत नहीं हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणपुर में समुचित इलाज की व्यवस्था दी है।
संवाद सहयोगी, मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : अंधविश्वास के चक्कर में किसी व्यक्ति को मौत की नींद न सुलाएं। सांप काटने से किसी व्यक्ति की मौत नहीं हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणपुर में समुचित इलाज की व्यवस्था दी है। दवा की भी कमी नहीं है। यह अपील लोगों से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अरविद कुमार दास ने की।
उसमाज में सांप काटने का इलाज लोग झाड़-फूंक से करवाते हैं। जहरीले सांप के काटने से उसका इलाज झाड़-फूंक से संभव नहीं है। यह चिकित्सा विज्ञान ने अध्ययन कर लिया है। चिकित्सकीय कार्य के शोध में इस बात को अंजाम तक ले आया गया है कि झाड़-फूंक व मंत्र विद्या से सांप के जहर को समाप्त नहीं किया जा सकता है। यदि सांप के जहर को शरीर से हटाया जा सकता है तो वह स्नैक्स बाइट जैसे इंजेक्शन से संभव है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में आए दिनों सांप काटने की घटना घटती रहती है। यदि सांप के दांत का प्रभाव किसी व्यक्ति के ऊपर पड़ता है तो तत्काल उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। उसका त्वरित इलाज प्रारंभ होगा और उसे बचाया जा सकेगा। जागरूकता के अभाव में जानबूझकर किसी व्यक्ति को मौत देना समाज के लिए हितकर नहीं है।