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नारायणपुर में लाखों का फाइबर ऑप्टिक केबल चोरी

प्रखंड कार्यालय नारायणपुर परिसर से 18 लाख रुपये मूल्य के फाइबर ऑप्टिक केबल के 12 बंडल चोरी हो गए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Mar 2020 11:24 PM (IST)Updated: Fri, 06 Mar 2020 06:12 AM (IST)
नारायणपुर में लाखों का फाइबर ऑप्टिक  केबल चोरी
नारायणपुर में लाखों का फाइबर ऑप्टिक केबल चोरी

संवाद सहयोगी, मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : प्रखंड कार्यालय नारायणपुर परिसर से 18 लाख रुपये मूल्य के फाइबर ऑप्टिक केबल के 12 बंडल चोरी हो गए। यह घटना चार मार्च की है। इस घटना की जानकारी माइनिग इंजीनियरिग कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर आलोक कुमार नायक ने नारायणपुर थाने में लिखित रूप से दी है।

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आवेदन के अनुसार उनकी कंपनी नारायणपुर क्षेत्र में विभिन्न पंचायतों में इंटरनेट सेवा को जोड़ने के लिए गोकुला निवासी मोफिज अंसारी की देखरेख में कार्य कर रही है। कंपनी ने प्रखंड कार्यालय परिसर में पिछले दिनों 30 किमी लंबे केबल के 15 बंडल गिराए थे। इसकी खोज खबर ली गई तो यहां से 12 बंडल गायब मिले। इस बात का खुलासा चार मार्च को हम सबों के बीच हुआ।

पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार यादव व सब इंस्पेक्टर दिकालाल कुजूर ने प्रखंड कार्यालय परिसर पहुंचकर मामले की छानबीन कंपनी के अधिकारी व मोफिज अंसारी से की। पुलिस इंस्पेक्टर ने घटना की जानकारी कंपनी के अधिकारी व अन्य लोगों से ली। कंपनी के अधिकारियों ने साफ शब्दों में कहा कि सुरक्षित स्थान पर लाखों का केबल रखा गया था। पुलिस इंस्पेक्टर ने कहा कि मामले की छानबीन जारी है। घटना को जिन लोगों ने अंजाम दिया है बहुत जल्द ही उसका पर्दाफाश कर लिया जाएगा।

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रक्षा एक हवलदार के जिम्मे : प्रखंड कार्यालय नारायणपुर परिसर में सुरक्षा का दारोमदार एक हवलदार के ऊपर है। यहां अप्रैल 19 तक आधा दर्जन अंचल गार्ड ड्यूटी में रहते थे लेकिन बाद में अंचल गार्ड हटा दिए गए। जब दैनिक जागरण ने यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर पिछले दिनों खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी तो एक हवलदार की यहां पोस्टिग एक दो महीने पूर्व की गई। अब यहां एक हवलदार के जिम्मे सुरक्षा व्यवस्था है। चोरी जिस स्थान से हुई है उसके ठीक सामने हवलदार का कक्ष है। यदि हवलदार के कक्ष के सामने से 18 लाख रुपये की संपत्ति एकाएक चोरी हो जाती है तो यह यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठना लाजिमी है। एक बंडल तार को उठाने के लिए कम से कम 10 से 12 मजदूरों की आवश्यकता पड़ेगी।


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