राष्ट्रीय राजमार्ग पर बेधड़क चलना खतरे से खली नहीं
मिहिजाम (जामताड़ा) मिहिजाम नगर पर्षद क्षेत्र से होकर गुजरनेवाले राष्ट्रीय राजमार्ग 419 की स्ि
मिहिजाम (जामताड़ा) : मिहिजाम नगर पर्षद क्षेत्र से होकर गुजरनेवाले राष्ट्रीय राजमार्ग 419 की स्थिति दिन व दिन बदतर होती जा रही। मिहिजाम शहर में कई स्थानों पर सड़क टूट- फूट कर गड्ढे में बदल चुकी है। इस राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क की सबसे खतरनाक स्थिति शहर के कानगोई रेलवे फाटक के समीप है। फाटक से मिहिजाम शहर की ओर जाने में महज दस कदम पर सड़क के बीचो-बीच दो बड़े गड्ढे उभर आए हैं। इन दोनों गड्ढों में पानी का जमाव रोजाना देखने को मिलता है। रेलवे फाटक के बाद सड़क काफी घुमावदार होने और सड़क पर उभरे गड्ढों में पानी जमा रहने से वाहन ड्राइवर को इसका अंदाजा नहीं लगता। फाटक होने के कारण वाहन की गति नहीं के बराबर होने के बावजूद कई बार वाहन दुर्घटनाग्रस्त होता रहता है। छोटे वाहन पलट भी चुके हैं। वहीं सड़क जाम की स्थिति प्रतिदिन रहती है। सड़क पर उभरे गड्ढे वाले स्थान आसनसोल रेल मंडल के अधीन है पर वह ध्यान नहीं देता।
क्या कहते है स्थानीय लोग :
---सड़क के बीच गड्ढे के कारण बड़े व छोटे वाहन गड्ढे से बचकर निकलने की होड़ में यहां अक्सर जाम लग जाता है। पैदल यहां से पार होने में काफी परेशानी होती है। रेलवे प्रशासन को इसे ठीक कराने की पहल करनी चाहिए।
-- उदय सिंह, स्थानीय निवासी।
-- राष्ट्रीय राजमार्ग है, लेकिन स्थिति ग्रामीण सड़क से भी बदतर है। उत्सव दुर्गापूजा का मजा किरकिरा हो गया। रेल प्रशासन व जिला प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा। दुकान गड्ढे के सामने हैं। व्यवसाय प्रभावित हो रहा। --शिव कुमार, स्थानीय दुकानदार। --सड़क पर उभरे खतरनाक गड्ढे में अभी तक कई दुर्घटना घट चुकी है। बड़ी क्षति नहीं हुई। प्रशासन एनएच की गरिमा रखे। उसकी मरम्मत कराए। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता है। रेल प्रशासन भी पहल करे।
- मुक्तो मांझी, स्थानीय व्यवसाई।
--रेलवे फाटक पार करना खतरे से गुजरना है। तत्काल ठीक करने के लिए स्थानीय वार्ड पार्षद अंकिता राउत की ओर से डस्ट डलवाने की निर्णय लिया गया है। जल्द ही इन गड्ढों को भर दिया जाएगा ताकि यातायात सुरक्षित रहे।
-- जीत राउत, वार्ड पार्षद।
क्या कहते नप अध्यक्ष :
--मिहिजाम नगर पर्षद अध्यक्ष कमल गुप्ता ने कहा कि रेलवे प्रशासन के अधीन सड़क है। लोगों का रोजाना आना-जाना लगा रहता है। मरम्मत के लिए प्रशासन व रेल प्रशासन से वार्ता की जाएगी।