अखबार के प्रति कोरोना संक्रमण की अफवाह का भय मन से निकलना जरूरी
जामताड़ा कोरोना काल में अखबार पढ़ना या उससे सूचना प्राप्त करना पूर्णत सुरक्षित है। विश्व स्
जामताड़ा : कोरोना काल में अखबार पढ़ना या उससे सूचना प्राप्त करना पूर्णत: सुरक्षित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन व स्वास्थ्य संस्थानों ने अखबार को सुरक्षित घोषित किया है। हम सभी जानते हैं कि प्रेस प्रबंधन कोरोना का ख्याल रखते हुए यह सुनिश्चित किया है कि जहां अखबार छपता है वहां से अखबार पूर्ण रुप से सैनिटाइज होकर ग्राहक तक पहुंचता है। वर्तमान समय देश लॉकडाउन की विषम परिस्थिति से गुजर रहा है। ऐसे में आवश्यक सूचना प्राप्त करने का एक मात्र माध्यम अखबार है। इसकी विश्वसनीयता सोशल मीडिया समेत अन्य माध्यमों से ज्यादा है। ऐसे में प्रत्येक पाठकों को अखबार के प्रति मन से कोरोना संक्रमण का भय निकालना जरूरी है। यह आह्वान नगर पंचायत अध्यक्ष रीना कुमारी ने रविवार को दैनिक जागरण से बातचीत करने के दौरान कीं।
नपं अध्यक्ष रीना कुमारी ने कहा कि कुछ लोगों व सोशल मीडिया में यह भ्रांति फैलाई गई कि अखबार से कोरोना का संक्रमण हो सकता है। ऐसा अब तक एक भी मामला सामने नहीं आया है। जब पूरा अखबार सैनिटाइज है, अभिकर्ता से लेकर हॉकर तक खुद की सुरक्षा के लिए साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखते हैं तो संक्रमण कैसे फैल सकता है। ऐसा होता तो अखबार निकलने में कब की रोक लग जाती। समाचार संकलन के साथ अखबार में प्रकाशित होकर खबरें हर जनमानस तक पहुंचना आवश्यक है। पूरा देश वर्तमान समय में कोरोना महामारी से जूझ रहा है। इससे अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर पड़ा है। और उद्योग क्षेत्र भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। ऐसे में अखबार ही माध्यम है जो हरसंकट से उबारने की जरूरी सूचना देकर समाज को दिशा दे रहा है। उन्होंने कहा कि दरअसल बहुत सारे आवासीय परिसरों में लोगों ने हॉकरों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है, इसका एक बड़ा कारण अखबारों से कोरोना फैलने को लेकर सोशल मीडिया पर व्यापक स्तर पर उड़ी अफवाहें आ रही हैं। सोशल मीडिया पर तेजी से फैलती फर्जी खबरें और जानकारियां समाज को ही नुकसान पहुंचा रही हैं। ऐसे में अखबार समाज में फैलनेवाली विभिन्न अफवाहों के खिलाफ एक मजबूत हथियार की भूमिका निभाता रहा है। लोगों से अपील है कि निर्भिक होकर अखबार पढ़े और अपने घर पर ही लॉकडाउन का अनुपालन करें। वैश्विक कोरोना महामारी से मुक्ति मिलना तय है।