अनुदान पर धान बीज लेना किसानों को पड़ा महंगा
कुंडहित (जामताड़ा) : इस वर्ष अनुदान पर धान बीज लेना किसानों को महंगा पड़ गया। बीज मिलावट
कुंडहित (जामताड़ा) : इस वर्ष अनुदान पर धान बीज लेना किसानों को महंगा पड़ गया। बीज मिलावटी होने से एक ही खेत में तीन तरह की घान की बाली देखने को मिल रही है। इसमें एक पक कर गिर रही है, दूसरा निगला है और तीसरा किस्म निकलने वाला है। इससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है।
प्रखंड के तुलसीचक गांव के किसान उत्तम पाल, सनत पहाड़िया, चंद्रडीही के शत्रुघ्न सोरेन, परिमल घोष सहित दर्जनों किसानों ने कहा कि सरकार ने किसानों को अनुदान पर धान बीज उपलब्ध कराया, लेकिन धान बीज में विभिन्न प्रजाति की मिलावट है। इस कारण किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। खेत में कुछ धान पक कर झड़ रहा है तो कुछ निकल रहा है और कुछ अंदर है। जो धान पक कर गिर गया वह एक दाना नहीं मिला। ऐसी परिस्थिति में एक धान भी घर नहीं आएगा। कहा कि सरकार ने विभिन्न योजना का प्रलोभन देकर किसानों के साथ छल किया है। कम बारिश होने से 15-20 प्रतिशत ही खेती कर पाए और अब धान बीज में मिलावट से नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति में यदि सरकार मुआवजा नहीं देती है तो आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
-वर्जन :
चालू वित्तीय वर्ष में धान बीज बीज ग्राम से प्राप्त कर किसानों को अनुदान वितरण किया गया था। अगर धान बीज में इस तरह का पैदावार हो रहा है तो इसकी जांच होगी।
सबन गुड़िया, जिला कृषि पदाधिकारी, जामताड़ा