सौभाग्य योजना : डेढ़ वर्ष बाद भी नौ हजार लाभुक सौभाग्यहीन
जामताड़ा विभागीय उदासीनता से सौभाग्य योजना शुरू होने के 19 माह बाद भी जिले के 9258 विद्युत क
जामताड़ा : विभागीय उदासीनता से सौभाग्य योजना शुरू होने के 19 माह बाद भी जिले के 9258 विद्युत कनेक्शन विहीन बीपीएल-एपीएल परिवार को बिजली की सुविधा नहीं मिल सकी है। हालांकि अब तक एजेंसी ने जिले में 36 हजार 66 परिवार को विद्युत कनेक्शन देने में सक्षम रहा है। मालूम हो कि जिले के सभी गांव में बिजली पहुंचाने व विद्युत विहीन बीपीएल परिवार को मुफ्त विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सौभाग्य योजना की शुरुआत 25 सितंबर 2017 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर की गयी। सौभाग्य योजना के तहत जिले के सभी छह प्रखंड में 45 हजार 3 सौ 24 कनेक्शन विहीन बीपीएल-एपीएल परिवार को विद्युत कनेक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित कर अधिकृत एजेंसी द्वारा कार्य आरंभ किया गया। 19 माह की अवधि में सरकार से अधिकृत एजेंसी पेस पावर, नागार्जुन कन्शट्रक्शन कंपनी, इंडो नवीन प्रोजेक्ट कंपनी ने लक्ष्य के विरुद्ध 36 हजार 66 परिवार को ही विद्युत कनेक्शन दे चुका है। जबकि शेष 9 हजार 2 सौ 28 सूचीबद्ध विद्युत विहीन परिवार में अब तक मुफ्त विद्युत कनेक्शन से वंचित है। संबंधित एजेंसी ने सरकार व विभाग को आश्वस्त किया है कि 31 मार्च तक शेष परिवार में मुफ्त विद्युत कनेक्शन स्थापित कर दिया जायेगा। कनेक्शन देने का कार्य हर प्रखंड में चल रहा है।
---- दर्जनों मकानों में आनन फानन में दिया कनेक्शन : सौभाग्य योजना के तहत जिले के 36 हजार 66 बीपीएल-एपीएल परिवार में मुफ्त विद्युत कनेक्शन देने का श्रेय लेने में कंपनी लगा हुआ है ,लेकिन जिला स्तरीय व जिला परिषद की समीक्षा बैठक में जन प्रतिनिधियों ने एजेंसी के कार्य की गुणवत्ता पर हमेशा सवाल उठाते रहा है। साथ ही उच्च स्तरीय पदाधिकारी से जांच कराने की मांग भी करते रहा है। जागरण संवाददाता ने भी कई गांव का भ्रमण कर ग्रामीण बाबूलाल कोल, सर्जन सोरेन, सविता देवी, प्रतिमा कुमारी, बाबूजन मियां से बात करने पर कार्य की गुणवता व माप दंड के मामले में कई सवाल सामने आई। ग्रामीणों ने बताया की बिजली खंभा से मकान में लगे मीटर तक कनेक्शन करने में तार स्वयं खरीदना पड़ा है, वहीं मास्टर स्क्रीट ब्रेकर दर्जनों कनेक्सन में नहीं लगाया गया है। कई परिवार में एलईडी बल्ब नहीं देने का मामला भी सामने आया। ---- योजना का उद्देश्य : सौभाग्य योजना विशेष रूप से गरीब लोगों को बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार ने लांच की है। जिन लोगों का नाम वर्ष 2011 की सामाजिक-आर्थिक जनगणना में हैं,उन्हें इस योजना के तहत मुफ्त बिजली कनेक्शन दिया जाता है। जिन लोगों के नाम सामाजिक-आर्थिक जनगणना में नहीं हैं,उन्हें बिजली कनेक्शन 500 रुपये के शुल्क पर मिल सकता है। ऐसे लोग 500 रुपये 10 आसान किस्तों में भुगतान कर सकते हैं। सौभाग्य योजना मोदी सरकार ने देश के हर घर तक बिजली पहुंचाने के लिए सहज बिजली हर घर योजना यानि सौभाग्य योजना लांच की थी। --- केस स्टडी वन : सरकार की महत्वाकांक्षी सौभाग्य योजना का लाभ लेने से क्षेत्र के कई लोग वंचित रह गए हैं। जामताड़ा प्रखंड के बड़ा बेवा गांव के पीपरटांड़ टोला वासी जयलाल हांसदा बीपीएल परिवार से ताल्लुक रखते हैं परंतु उन्हें सौभाग्य योजना के तहत बिजली कनेक्शन नहीं मिला है। बिजली कनेक्शन पाने के लिए उन्होंने नयाडीह में आयोजित जनता दरबार में आवेदन भी दिया था। तब उन्हें बिजली का कनेक्शन दिए जाने का आश्वासन दिया गया परंतु 6 माह से भी अधिक का समय बीत जाने के बाद भी उन्हें बिजली कनेक्शन नहीं मिल पाया है। जिससे वे बिजली व्यवस्था का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। इसी गांव के मिहिर लाल मरांडी को भी सौभाग्य योजना के तहत बिजली का कनेक्शन नहीं मिल पाया है। मिहिर लाल मरांडी भी बीपीएल परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
--- केस स्टडी टू : नारायणपुर प्रखंड के पहाड़पुर गांव का सीताराम मुर्मू ने करीब चार माह पूर्व बिजली कनेक्शन के लिए जामताड़ा विद्युत कार्यालय में सौभाग्य योजना के तहत फॉर्म भरा ,परंतु अब तक इनके घर में विद्युत कनेक्शन स्थापित नहीं हो पाया है। सीताराम मुर्मू ने बताया कि सरकार की यह योजना बिजली विभाग की उदासीनता के कारण कारगर साबित नहीं हो पा रहा है।सीताराम के परिवार का जीवन आज भी लालटेन युग में कट रहा है। अब भी परिवार के सदस्यों को भरोसा है कि देर ही सही पर सौभाग्य योजना के तहत मुफ्त विद्युत कनेक्शन मिलेगा। --- केस स्टडी थ्री : मदनाडीह स्थित प्रधान टोला निवासी बलराम मंडल ने गत एक वर्ष में दो बार प्रखंड स्तरीय शिविर में विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन जमा किया। लेकिन छह माह बाद भी कनेक्शन नहीं मिल पाया। पुन: तीन माह पूर्व विद्युत विभाग के एसडीओ को आवेदन सौंपने के बाद सौभाग्य योजना के तहत विद्युत कनेक्शन मिला। लेकिन बिजली खंभा से मकान में स्थापित विद्युत मीटर तक का तार बलराम मंडल को स्वयं अपने पैसा से खरीदकर लाना पड़ा। इन्हें एलईडी बल्ब भी नहीं मिला। ---- वर्जन : समीक्षा बैठक में प्राप्त जनप्रतिनिधियों की शिकायत की जांच पदाधिकारी कर रहे हैं,वहीं बिजली कनेक्शन देने का कार्य एजेंसी द्वारा किया जा रहा है। 31 मार्च तक लक्षित सभी परिवार को कनेक्शन प्रदान कर दिया जायेगा। -- विकास कुमार मंडल,प्रोजेक्ट सहायक अभियंता,जामताड़ा