फैक्ट्री डकैती कांड में बंगाल के अपराधियों की संलिप्तता
जामताड़ा/मिहिजाम : मंगलवार रात मिहिजाम थाना के हांसीपहाड़ी इलाके में बंद गोरांग एलाइज आय
जामताड़ा/मिहिजाम : मंगलवार रात मिहिजाम थाना के हांसीपहाड़ी इलाके में बंद गोरांग एलाइज आयरन फैक्ट्री में तांबे से बनी सामग्री को डकैत ले गए। 35 लाख की की डकैती में प. बंगाल के अपराधियों की संलिप्तता का अंदेशा है। पुलिस ने इस दिशा में पड़ताल शुरू कर दी है। बुधवार रात को मिहिजाम, चित्तरंजन समेत आसनसोल के कई थाना क्षेत्रों में छापेमारी की गई। हालांकि अब-तक पुलिस को शामिल अपराधियों के बारे में कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
---अपराधी वाहन से ले उड़े तांबा की सामग्री : मिहिजाम पुलिस पश्चिम बंगाल के सलानपुर थाना से संपर्क कर अपराधियों को पकड़ने की प्रयास करने में जुटी है। अपराधी डकैती की घटना को अंजाम देकर वाहन से तांबा का तार एवं प्लेट को हांसीपहाड़ी के रास्ते सीमा क्षेत्र के रूपनारायणपुर की ओर लेकर भागा है। पुलिस की मानें तो रूपनारायणपुर स्थित हिन्दुस्तान केवल्स फैक्ट्री कई वर्षो से बंद पड़ी थी। आए दिन उस बंद फैक्ट्री से तांबा की तार चोरी होने की घटना होती थी। वर्ष 2017 से ¨हदुस्तान केबल्स फैक्ट्री की नीलामी कर सभी सामानों की बिक्री की जा रही है। उससे तांबा के सामनों को पहले निकाल लिया गया तो चोरी लगभग बंद हो गई। जानकारों के अनुसार गोरांग फैक्ट्री में ऐसे ही आपराधिक गिरोह ने घटना को अंजाम दिया है। डकैतों तांबा के लगभग 36-36 किलो का तार 80 पीस, 40 पीस ताबां के प्लेट, तांबा के एक बड़ा प्लेट एवं ट्रांसफॉर्मर से तांबा का एक प्लेट निकाल कर अपने साथ ले गए।
---रानीगंज व बराकर में तांबा गलाने का ठिकाना : जानकारों की मानें तो तांबा को गलाने का कार्य रानीगंज एवं बराकर में किया जाता है। डकैतों ने ऐसे ही ठिकानों में गोरांग की सामग्री खपाई होगी। डकैती की इस घटना से जहां व्यवसायी वर्ग के लोग काफी ¨चतत है वहीं इसे साजिश की नजर से भी देखा जा रहा है। हालांकि पुलिस सभी ¨बदुओं पर जांच कर रही है। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। बंद पड़ी गोरांग फैक्ट्री का निगरानी पुलिस पेट्रो¨लग के जरिए कर रही है। वहां पुलिस की ओर से कोई सुरक्षा गार्ड नहीं लगाया गया है।
गौरतलब हो कि गोरांग एलायज एंड आइरन लिमिटेड की बंद फैक्ट्री में मंगलवार रात को आठ गार्डो को बंधकर बना कर लाखों रुपये की कीमती तांबा की लूटपाट की गई थी। फैक्ट्री की लगभग 20 फीट की टूटी चाहरदिवारी का लाभ उठाकर डकैतों ने लाखों की संपत्ति पर हाथ साफ किया है। थाना प्रभारी सुरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि घटना में पड़ोसी क्षेत्र बंगाल का या मिहिजाम के स्थानीय गिरोह का हाथ हो सकता है। अपराधियों का खुलासा जल्द ही किया जाएगा। बताया कि इस मामले में पड़ोसी क्षेत्र की पुलिस से संपर्क साधा गया है। सभी आठ गार्ड को पूछताछ कर सभी को मुक्त कर दिया गया है। समय पर पूछताछ के लिए उन्हें फिर बुलाया जा सकता है।