बंद शीतक दुग्ध संग्रहण केंद्र चालू करवाने का होगा प्रयास
जामताड़ा नौ वर्षो से नाला में ठप शीतक दुग्ध संग्रहण केंद्र चालू करवाने का चौतरफा प्रयास ह
जामताड़ा : नौ वर्षो से नाला में ठप शीतक दुग्ध संग्रहण केंद्र चालू करवाने का चौतरफा प्रयास होगा। केंद्र चालू हो जाने की स्थिति में लॉकडाउन व इस मंदी में इलाके में रोजगार को बढ़ावा मिलेगा तो घर-घर उचित दाम पर दूध मिलेन का रास्ता भी साफ होगा। करोड़ों रुपये सरकारी खर्च से निर्मित केंद्र भवन जर्जर हो रहा है। केंद्र में स्थापित उपकरण धूल फांक रहा है। जबकि नौ वर्षो में कभी इस पर ध्यान नहीं दिया गया। अब यदि केंद्र मौजूदा शासन-प्रशासन की पहल पर चालू हुआ तो नाला के सैकड़ों गांवों के पशुपालकों का दूध घर-घर से ही क्रय कर लिया जाएगा। बड़ी संख्या में केंद्र के जरिए कुशल व अकुशल मजदूरों को काम भी मिलने लगेगा। ऐसे में जिले के जनप्रतिनिधियों ने केंद्र को चालू करवाने का भरोसा एक बार फिर जताया है।
तत्कालीन भाजपा सरकार के कार्यकाल में शीतक दूध संग्रहण केंद्र स्थापित किया गया था। योजनास्थल किसी भी दृष्टिकोण से उपयुक्त नहीं था। हालांकि जब सरकार की मोटी रकम खर्च हो चुकी है तो जनहित को ध्यान में रखते हुए केंद्र चालू करने की मांग मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा विधानसभा अध्यक्ष सह नाला विधायक रवींद्रनाथ महतो से किया जाएगा। ताकि उक्त क्षेत्र के लोगों को दैनिक मजदूरी का काम स्थानीय क्षेत्र में मिल सके। यह भी प्रयास किया जा रहा है कि जामताड़ा, नारायणपुर समेत अन्य प्रखंड में भी डेयरी केंद्र का संचालन शुरू हो।
डॉ. इरफान अंसारी, जामताड़ा विधायक।
--- दुग्ध संग्रहण केंद्र निर्माण के बहाने भाजपा सरकार ने सरकार की मोटा रकम का दुरुपयोग किया है। अगर तत्कालीन भाजपा सरकार की मंशा साफ होती तो निर्माण कार्य पूर्ण होते ही केंद्र में दुग्ध संग्रहण कार्य शुरू हो जाता। वर्तमान समय में महागठबंधन की सरकार है। स्थानीय विधायक सह विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो का चुनाव क्षेत्र है। जनहित को ध्यान में रखते हुए इसे चालू करने का प्रयास शुरू किया गया है। सब ठीक रहा तो एक दो महीने में केंद्र सुचारू रूप से चालू हो जाएगा।
जनार्दन भंडारी, विधायक प्रतिनिधि नाला।
--- जिले में उद्योग धंधों की कमी है। जबकि मजदूरों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। ऐसी विषम परिस्थिति में नाला के पातुलिया में 9 वर्ष पूर्व स्थापित दूध संग्रहण केंद्र अब चालू होना जरूरी है। केंद्र चलने से हजारों पशुपालकों तथा मजदूरों का रोजगार सृजन होगा। केंद्र चालू कराने को लेकर तत्कालीन भाजपा सरकार के कार्यकाल में भी प्रयास किया गया था। लेकिन सफलता नहीं मिली। पुन: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर दुग्ध संग्रहण केंद्र को चालू कराने का अनुरोध किया जाएगा। ताकि सरकारी राशि जो खर्च हुई है उसका सदुपयोग कर रोजगार का सृजन हो सके। दीपिका बेसरा, जिप अध्यक्ष जामताड़ा ।
----नाला प्रखंड के पशुपालकों को दूध का उचित दाम मुहैया कराने व मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कृषि पशुपालन मंत्री के 28 माह के कार्यकाल में शीतक दुग्ध संग्रहण केंद्र स्थापित करवाया गया था। इसके बाद नेतृत्व का मौका नहीं मिला। वर्तमान विधायक की सरकार है। उन्हें जनहित को ध्यान में रखते हुए स्थापित केंद्र को चालू कराने का प्रयास करना चाहिए था लेकिन अब तक नहीं हुआ। पिछले छह वर्ष में कभी भी विधानसभा में केंद्र चालू होने का मामला नहीं उठाया गया है। जो क्षेत्र के लिए दुर्भाग्य है।
सत्यानंद झा उर्फ बाटूल, पूर्व नाला विधायक सह कृषि मंत्री।