गरीबी झेलना सुदामा को पसंद पर मदद मांगना मंजूर नहीं
भगवान श्री कृष्ण ने की र्निगुण निराकार प्रेम की स्थापना
गरीबी झेलना सुदामा को पसंद पर मदद मांगना मंजूर नहीं
संवाद सहयोगी, नारायणपुर (जामताड़ा) : प्रखंड के भैयाडीह युगल विहार कुंज में सावन पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित झूलन महोत्सव शनिवार को समापन हो गया। इस अवसर पर युगल विहार कुंज भैयाडीह के महंत नवल किशोर शरण जी महाराज व युगल किशोर शरण जी महाराज ने भगवान को झूला झूलाया व भोग लगाया। इस अवसर पर नवल किशोर शरण जी महाराज ने कहा कि गोपाल ने पृथ्वी पर र्निगुण निराकार प्रेम की स्थापना की। बताया कि बगैर प्रेम का जीवन अधूरा है। भविष्यवाणी होने के बाद देवकी वासुदेव को कंश ने कारागार में डाल दिया तथा काफी कष्ट दिया। प्रभु के द्वारा दुराचारी कंश का अंत किया गया और धर्म की स्थापना हुई। उन्होंने कहा कि प्रभु और सुदामा की मित्रता को सभी जानते हैं। गरीबी झेलना सुदामा को पसंद था परंतु अपने मित्र द्वारिकाधीश से मदद मांगना मंजूर नहीं था। पत्नी के बहुत कहने के बाद सुदामा जब कृष्ण से मिलने द्वारिका पहुंचे तो मित्र से मिलने वे नंगे पांव दौड़े चले आए। प्रभु की कृपा से सुदामा के साथ साथ पूरे गांव वालों के कष्ट का अंत हुआ। आयोजन को सफल बनाने में दिनेश मिश्र, उमेश मिश्र, राजेश मिश्र, मिथिलेश मिश्र आदि की भूमिका सराहनीय रही।