चिकित्सकविहीन 10 औषधालयों में लटका ताला
जामताड़ा : जिले में संचालित 17 में 10 औषधालय चिकित्सक व दवा की कमी के करण ताला लटका है
जामताड़ा : जिले में संचालित 17 में 10 औषधालय चिकित्सक व दवा की कमी के करण ताला लटका है। इससे मरीज को केवल स्वास्थ्य जांच से ही संतोष करना पड़ा रहा है। साथ ही दवा नहीं मिलने से मरीज कम संख्या में मरीज औषधालय पहुंचते हैं। जिले में नौ राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय, पांच होम्योपैथिक औषधालय व तीन राजकीय यूनानी औषधालय विभिन्न प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में खोला गया है। इनमें जिला औषधालय जामताड़ा व राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय चैनपुर को छोड़ किसी भी औषधालय में चिकित्सक व सहायक पदस्थापित नहीं है। जिन केंद्रों में चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी पदस्थापित है वहां पिछले वर्ष से दवा आपूर्ति हुई थी लेकिन चालू वित्तीय वर्ष में किसी भी औषधालय में दवा आपूर्ति नहीं हुई है।
तीन वर्ष पहले होता था सभी बीमारी का उपचार
तीन वर्ष पहले सभी औषधालयों में मरीजों को सामान्य बीमारी की दवा उपलब्ध हो जाती थी। पिछले तीन वर्षो से अधिकतर औषधालय दवा व चिकित्सकविहीन हो चुका है। फिर एक के बाद ताला लटकने लगा। 17 औषधालयों में से संयुक्त औषधालय जामताड़ा, आयुर्वेदिक औषधालय चैनपुर व मिहिजाम छोड़ कर अन्य औषधालय का संचालन ठप है। वर्तमान में आयुर्वेदिक औषधालय चैनपुर, राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय पुतुलबोना, आयुर्वेदिक औषधालय उदलबनी, करमाटांड़, नारायणपुर, नाला, सरसकुंडा, राजकीय यूनानी औषधालय अफजलपुर, आयुर्वेदिक औषधालय कुंडहित, होम्योपैथिक औषधालय नाला, लादना, खजूरी, होम्योपैथिक औषधालय मेझिया व राजकीय यूनानी औषधालय फतेहपुर में चिकित्सक व कर्मचारी पदस्थापित नहीं है।
-वर्जन:
जिले में संचालित 17 औषधालय के लिए महज दो चिकित्सा पदाधिकारी पदस्थापित हैं। इनके पास दो-तीन औषधालय का प्रभार है। ऐसे में अधिकतर औषधालय का संचालन ठप है। पिछले वर्ष तीन औषधालय में दवा आपूर्ति हुई थी जो समाप्त हो गई है। चालू वित्तीय वर्ष में किसी प्रकार की दवा आवंटित नहीं है। चिकित्सक, कार्यालय कर्मी व दवा की मांग स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव से की गई है।
-डॉ. पूनम कुमारी, प्रभारी जिला आयुष पदाधिकारी, जामताड़ा