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महिला चिकित्सकों की कमी से रोगियों की बढ़ी परेशानी

जामताड़ा : जामताड़ा जिले की यह विडंबना है कि स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार करने की

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 08:32 PM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 08:32 PM (IST)
महिला चिकित्सकों की कमी से रोगियों की बढ़ी परेशानी
महिला चिकित्सकों की कमी से रोगियों की बढ़ी परेशानी

जामताड़ा : जामताड़ा जिले की यह विडंबना है कि स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में महिलाओं ही उपेक्षित हो रही है। जिले की लगभग नौ लाख आबादी में आधी आबादी महिलाओं की है पर उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए जिले भर के सरकारी अस्पतालों में महज छह महिला चिकित्सक ही है। यह कमी लंबे अर्से से खल रही है पर महिला चिकित्सकों की नियुक्ति पर शासन से प्रशासन तक गंभीर नहीं दिख रहा है।

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--चार अस्पताल चिकित्सक विहीन : महिलाओं को स्थानीय अस्पतालों में हर वक्त स्वास्थ्य सेवा के लिए सदर एवं प्रखंड स्तरीय अस्पतालों में लाखों रुपये खर्च कर सभी सुविधा बहाल की गई है। लेकिन महिला चिकित्सक नहीं रहने से सभी किए-किराये पर पानी फिर रहा है। सदर अस्पताल में तीन महिला चिकित्सक है, जिस कारण महिला ओपीडी एवं आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा किसी प्रकार चल रही है। जबकि जिले के विभिन्न छह प्रखंड में स्थित प्रखंड स्तरीय अस्पताल में से केवल जामताड़ा एवं कुंडहित प्रखंड में एक-एक महिला चिकित्सक पदस्थापित है। शेष चार प्रखंड स्तरीय अस्पतालों में महिला चिकित्सकों की संख्या शून्य है। महिला चिकित्सक विहीन प्रखंड स्तरीय अस्पतालों में महिला मरीजों को पुरूष चिकित्सक से ही विवश होकर अपना इलाज करवाना पड़ रहा है। ऐसे में गांव की कई महिलाएं मरीज जिला स्तरीय सदर अस्पताल या फिर निजी क्लिनिक व झोला छाप डॉक्टरों की सेवा लेने को विवश होती है। जबकि अस्पतालों में कम से कम दो महिला चिकित्सक की पदस्थापना अनिवार्य है।

----कई बार उठी मांग : सरकारी अस्पतालों में कई बार महिला चिकित्सक की मांग उठी पर उस पर सुनवाई अब तक नहीं हो पाई। जबकि जिले के विभिन्न प्रखंड में संचालित छह प्रखंड स्तरीय अस्पताल में औसतन प्रतिमाह लगभग छह हजार मरीजों का इलाज होता है। इनमें तीन हजार महिला मरीजों की संख्या होती है। जिले में कुल लगभग नौ लाख आबादी क चिकित्सका सुविधा के लिए एक जिला स्तरीय, छह प्रखंड स्तरीय, 18 स्वास्थ्य केंद्र एवं 118 स्वास्थ्य उपकेंद्र है।

--- वर्जन : राज्य के सभी जिले में महिला चिकित्सकों की कमी है। रिक्त पदों पर महिला चिकित्सक के पदस्थापन को नियमित राज्य मुख्यालय से पत्राचार किया जा रहा है। सदर अस्पताल में महिला चिकित्सक की सुविधा है। वहीं जामताड़ा व कुंडहित प्रखंड स्तरीय अस्पताल में महिला चिकित्सक की पदस्थापना की गई है। नारायणपुर में महिला आयुष चिकित्सक चिकित्सा कर रही हैं। महिला चिकित्सक उपलब्ध होते ही उन्हें अन्य प्रखंड में पदस्थापित किया जायेगा। ---डॉ बीके साहा,सिविल सर्जन।


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