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जल संचयन कार्य में गंभीरता से करें स्थल चयन

जामताड़ा : सरकार का उद्देश्य ग्रामीणों को गांव में पर्याप्त ¨सचाई सुविधा उपलब्ध हो ताकि किसा

By JagranEdited By: Published: Fri, 25 May 2018 09:34 AM (IST)Updated: Fri, 25 May 2018 09:34 AM (IST)
जल संचयन कार्य में गंभीरता से करें स्थल चयन
जल संचयन कार्य में गंभीरता से करें स्थल चयन

जामताड़ा : सरकार का उद्देश्य ग्रामीणों को गांव में पर्याप्त ¨सचाई सुविधा उपलब्ध हो ताकि किसान विभिन्न कृषि कार्य के जरिये समृद्ध हो सकें। इस कार्य में यह ध्यान रखना होगा कि तालाब या डोभा निर्माण के लिए उचित स्थल का चुनाव हो। सरकार की योजना समझकर इसे बर्बाद न करे,ं बल्कि इसमें स्थानीय किसानों का हित समाहित है। यह बातें गुरुवार को स्थानीय एसजीएसवाई सभागार में जल संचयन पखवाड़ा के शुभारंभ पर उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद ने कही। कहा कि पहले भी डोभा का निर्माण किया गया, लेकिन डोभा में पानी ही नहीं है। इसका प्रमुख वजह उचित स्थान का चयन नहीं होना है। किसानों को अपने जीवन स्तर को समृद्ध करने के लिए वर्ष में कम-से-कम दो फसल तैयार करने को कहा। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सरकार ने जलसंचयन पखवाड़ा मनाने का निर्णय लिया है। कहा कि झारखंड एक पठारी क्षेत्र वाला भू भाग है। यहां जल स्रोत का भी अभाव है। इसलिए जल संरक्षण की दिशा में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। बरसात का पानी भी रोकने के विभिन्न तरीके बताए। डीसी ने कहा कि जबतक योजनाओं के नियम को पालन नहीं किया जायेगा तबतक योजनाएं सफल नहीं होंगी। सरकारी राशि समझकर योजनाओं को जहां-तहां न बनाएं। ऐसा करने पर किसी भी भला नहीं होगा। जल संचयन के तहत तालाब को गहरा करना, डोभा निर्माण आदि कार्य किया जाना है। मौके पर जिप अध्यक्ष दीपिका बेसरा ने किसानों से स्थान चयन में पूरी सावधानी बरतने को कहा। कहा कि योजनाओं में पारदर्शिता भी जरूरी है। भूमि सरंक्षण पदाधिकारी सुबोध कुमार ¨सह ने कहा कि प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करने के कारण ही ग्रामीण क्षेत्र में भी जल संकट उत्पन्न हो गई है। आनेवाले समय में यदि हम जल संरक्षण पर ध्यान नहीं देंगे तो जल के लिए त्राहिमाम मच जायेगा। बरसात के पानी को भी घर पर ही जमा करने के तरीके बताए। प्रगतिशील किसान शंकर भंडारी ने भी जिले के तमाम किसानों को बरसात से पूर्व योजना पूर्ण करने की अपील की। कहा कि तालाब निर्माण के बाद उस तालाब फसलों की ¨सचाई हो। कार्यशाला को डीडीसी रामाशंकर प्रसाद, एसी विधान चंद्र चौधरी, बीस सूत्री उपाध्यक्ष संतन मिश्रा ने भी संबोधित किया।

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मौके पर एसडीओ नवीन कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी ब्रह्मादेव साव, डीआरडीए निदेशक रामवृक्ष महतो, बरकत अंसारी आदि मौजूद थे


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