दासांय जनजागरण अभियान में शरीक हुए सिदो-कान्हू के वंशज
दासांय जनजागरण अभियान में सिदो-कान्हू के वंशज मुर्मू भी शरीक हुए।
जासं, जामताड़ा/नारायणपुर (जामताडा़) : दासांय जनजागरण अभियान में सिदो-कान्हू के वंशज मुर्मू भी शरीक हुए। जामताड़ा जिले में मांझी पारगाना देशमांझी व्यवस्था लागू करने की मांग पर जय आदिवासी युवा शक्ति व व ट्राइबल्य ड्रीम की मांझी मोड़े होड़ सागुन दासांय यात्रा नारायणपुर व विद्यासागर प्रखंड के विभिन्न गांवों में पहुंची। मूसलधार बारिश के बीच आदिवासी संगठन का जनजागरण अभियान गांव-गांव चला। इस जनजागरण यात्रा में पहली बार संथाल हूल 1855 के महानायक वीर सिद्धू-कान्हू की छठी पीढ़ी के वंशज मंडल मुर्मू भी शरीक हुए । मंडल मुर्मू व जयस के केंद्रीय नेता सह धर्म नायके संजय पाहन, धर्म गुरू बाबा लश्कर सोरेन का स्वागत किया गया।
मोहनपुर, चरकी, सबनपुर, लखनपुर, घोड़तारिया, गादीटांड़, मालवा, सोनाबाद, छाताबाद आदि गांवों में यात्रा पहुंचने के दौरान सभी आदिवासी शामिल हुए। मंडल मुर्मू ने जिले में आदिवासी और मूलवासियों के संवैधानिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, प्रकृतिवादी व आर्थिक सशक्तीकरण के लिए चलाए जा रहे आंदोलन को धारदार बनाने पर जोर दिया। कहा कि धर्म गुरु बाबा लशकर सोरेन व धर्म नायके पाहन का अधिकार दिलाने से जुड़ी यह जनयात्रा वीर पूर्वजों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। जामताड़ा में एक और हूल का आगाज हो चुका है। हक-अधिकार के लिए सदन में अपने नेतृत्व के तौर पर संजय पाहन को भेजने को आह्वान किया। पाहन ने कहा कि संगठन ने जो तय किया है सभी को मिलकर पूरा करना है। इस अवसर पर पान हांसदा, वासुदेव टुडू, निर्मल सोरेन आदि उपस्थित थे।