केवाइसी के पेच में फंसी बच्चों की साइकिल
आठवीं कक्षा की 2427 छात्र-छात्राएं अभी सरकारी साइकिल वितरण योजना से वंिचत हैं।
संवाद सहयोगी, जामताड़ा :
आठवीं कक्षा की 2427 छात्र-छात्राएं सरकारी साइकिल वितरण योजना से वंचित हैं। जबकि जिले में लक्षित छात्र-छात्राओं को साइकिल मुहैया कराने के लिए राशि की कमी नहीं है। राशि पूर्व से आवंटित है।
कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजना के तहत एससी, एसटी, पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं के बैंक खाता में साइकिल क्रय राशि उपलब्ध कराना है। चालू वित्तीय वर्ष में जिले के 1156 मध्य व उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में आठवीं कक्षा में अध्यनरत 11410 छात्र-छात्राओं को साइकिल क्रय राशि बैंक खाता के माध्यम से उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित है। कल्याण विभाग ने अब तक जिले के विभिन्न विद्यालयों के 8983 छात्र-छात्राओं के बैंक खाता में तीन-तीन हजार रुपये साइकिल क्रय मद में आवंटित किए हैं। वहीं ईकेवाइसी के अभाव में 2427 छात्र-छात्राओं के बैंक खाता में साइकिल क्रय राशि आवंटित नहीं हो पाई है। इसके लिए छात्र-छात्राएं व अभिभावक विद्यालय, संकुल, बीआरसी कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। दरअसल छात्र-छात्राओं के बैंक खाता को आधार नंबर से जोड़कर ई-केवाइसी कराना जरूरी है। 2427 छात्र-छात्राओं की ई-केवाइसी रिपोर्ट शिक्षा पदाधिकारी की ओर से जिला कल्याण विभाग के कार्यालय में नहीं पहुंच पायी है। यही पेच फंस गया है।
500 रुपये बढ़ाकर राशि भेजी जायेगी :
पूर्व में साइकिल क्रय राशि 3000 रुपये निर्धारित थी, लेकिन चालू वित्तीय वर्ष में साइकिल का मूल्य 3500 रुपये राज्य मुख्यालय से निर्धारित हुआ है। नयी निर्धारित दर पर राशि भी जिला कल्याण विभाग कार्यालय को प्राप्त है। कल्याण विभाग ने सूचना के अभाव में जिले के 8983 छात्र-छात्राओं को पुरानी दर यानि 3000 रुपये की राशि बैंक खाता में उपलब्ध करायी है। अब इन सभी छात्र-छात्राओं के बैंक खाता में पुन: 500 रुपया भेजा जायेगा। शेष छात्र-छात्राओं को एक साथ 3500 रुपये बैंक खाता में भेजा जायेगा।
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कोट -
: कार्यालय में साइकिल क्रय मद में पर्याप्त राशि उपलब्ध है। अब तक 11410 छात्र-छात्राओं में से 8983 छात्र-छात्राओं को क्रय राशि उपलब्ध करा दी है। शेष के ई-केवाइसी उपलब्ध होते ही राशि बैंक खाता में दे दी जाएगी। जिला शिक्षा अधीक्षक को पत्राचार किया गया है।
उत्तम कुमार भगत, जिला कल्याण पदाधिकारी जामताड़ा।