Cyber Fraud के गढ़ जामताड़ा में दिहाड़ी मजदूर से ठगी, खाते से उड़ाए 46 हजार रुपये
Cyber Fraud साइबर ठग के गढ़ जामताड़ा में भी लोग ठगी के शिकार होने लगे हैं। बाइक खरीदने के लिए मजदूरी का पैसा खाते में रख रहा था। लेकिन थोड़ी सी नादानी के वजह से बाइक तो दूर साइकिल के लिए भी साइबर ठगों ने खाते में पैसे छोड़े।
जामताड़ा, जागरण टीम: साइबर ठग के गढ़ जामताड़ा में भी लोग ठगी के शिकार होने लगे हैं। साइबर अपराधी अब स्थानीय लोगों को भी नहीं बख्स रहे हैं। ताजा घटना एक मजदूर के साथ हुआ है। नारायणपुर थाना क्षेत्र के जगवाडीह ग्राम के फहीम नामक एक मजदूर के साथ साइबर ठगों ने 46000 रुपये की ठगी कर ली। ठगों ने फहीम के साथ धोखाधड़ी कर खाते से रुपये निकाल लिए।
ठगों ने फहीम के मोबाइल पर फोन कर मारुति कंपनी का चार पहिया वाहन लाटरी के माध्यम से निकलने की जानकारी दी। कहा कि आपके नाम एक चार पहिया वाहन आया है। उसके लिए आपको कुछ एक प्रक्रिया पूरी करनी होंगी। यदि आप उस प्रक्रिया को पूरा कर लेते हैं तो चार पहिया वाहन को आपके घर तक भेज दिया जाएगा। ठगों की भोली बातों में युवक आ गया। उन्हें यह नहीं पता था कि किसी कंपनीवाले ने यह फोन नहीं किया है। बल्कि साइबर ठग के गिरोह का सदस्य हैं।
उन्होंने साइबर ठगों की बातों पर हां भर दी और साइबर ठग ने उनसे जो-जो जानकारी मांगी उन्होंने जानकारी दे दी। एक लिंक भेजा उस लिंक को जैसे ही युवक ने टच किया, वहीं से कारनामा प्रारंभ हो गया। जानकारी देने के कुछ देर बाद ही युवक के खाते से रुपये गायब हो गया।
गौरतलब हो कि पीड़ित युवक चेन्नई में मजदूरी का कार्य करता है और उसके साथ यह घटना चेन्नई में ही घटित हुई। साइबर ठग कहां से संबंधित हैं यह तो जांच का विषय है, लेकिन साइबर ठग का गढ़ कहे जानेवाले जामताड़ा जिले के नारायणपुर तथा करमाटांड़ क्षेत्र के लोग भी अब इन ठगों से नहीं बच पा रहे हैं। कहीं न कहीं लोग लोभ में फंस जा रहे हैं। कोई चार पहिया वाहन को मुफ्त में लेने के चक्कर में फंस जा रहे है तो कोई 2500000 की लाटरी निकलने में फंस जा रहे हैं। इस घटना की जानकारी पीड़ित परिवार के अभिभावक ने दी है।
बाइक लेने के लिए रखे मेहनत के पैसे को ठगों ने मारा
साइबर ठगी के शिकार हुए युवक के अभिभावक ने बताया कि मेरा बेटा बाइक लेने के लिए अपना मजदूरी का पैसा खाते में रख रहा था। उसे शौक था काम कर लौटेंगे तो दूसरे तीसरे व्यक्ति की बाइक मांग कर नहीं चलाएंगे। बल्कि अपने कमाई के जरिए से जुटे धनराशि से बाइक लेंगे और उसे ही चलाएंगे, लेकिन थोड़ी सी नादानी के वजह से बाइक तो दूर साइकिल के लिए भी साइबर ठगों ने खाते में पैसे रहने नहीं दिया। खाते में जमा कुल राशि 46 हजार रुपये निकाल लिया। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार चिंतित है।