करोड़पति है एटीएम कार्ड क्लोनिंग का सरगना संतोष
Atm Card Cloning. एटीएम कार्ड क्लोनिंग का सरगना संतोष मंडल भी करोड़ पति साइबर अपराधियों में शामिल हो गया है। उसने कई जगह जमीन-खरीद रखी है।
जागरण संवाददाता, जामताड़ा। करमाटांड़ थाना के कोदराटांड़ में पहली बार एटीएम क्लोनिंग कार्ड के साथ गिरफ्तार तीन अपराधियों के गिरोह का फरार सरगना संतोष मंडल भी करोड़ पति साइबर अपराधियों में शामिल हो गया है। उसने कई जगह जमीन-खरीद रखी है। आधुनिक सुविधाओं से लैस लाखों का दो जगह मकान भी उसने बना रखे हैं। जेसीबी भी उसके पास है, जबकि मौके से पुलिस ने उसकी स्कार्पियो, बोलेरो पहले ही जब्त की थी। अब साइबर थाना की पुलिस चल-अचल संपत्ति व आय स्रोत की जांच के लिए संतोष के खिलाफ प्रस्ताव प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)को भेजेगी।
ऐसे में डिजिटल डकैतों के गढ़ जामताड़ा में क्लोन कार्ड के जरिए राज्य की एटीएम से सरेआम रुपये निकाल कर मालामाल हाेने वाला पहला अपराधी संतोष होगा जो ईडी के रडार पर आएगा। दरअसल, साइबर अपराधियों ने दूसरे के बैंक खातों से राशि उड़ाने की तरकीब बदल दी है। झांसा देकर ओटीपी, पिन नंबर जानकार ऑनलाइन ठगी करने पर कई साक्ष्य पुलिस के हाथ लगने का खतरा रहता है। इन साक्ष्यों के बूते पुलिस उन्हें सजा दिलवाने में भी कामयाब हो रही है। वहीं, क्लोन कार्ड के जरिए रुपये उड़ाने के बाद इक्का-दुक्का साक्ष्य ही पुलिस को मिल पाता है।
एसपी शैलेंद्र कुमार सिन्हा के इनपुट पर इसी 26 मार्च को जब कोदराटांड़ में छापेमारी हुई तो यह रहस्योद्घाटित हुआ कि संतोष मंडल अपने परिवार के साथ क्लोन कार्ड के जरिए अर्से से राशि उड़ा रहा है। मौके से क्लोनिंग मशीन, फर्जी सिम व कई फर्जी एटीएम कार्ड बरामद हुए थे। वहीं, संतोष के पिता सुकदेव मंडल, भाई नवीन मंडल व चाचा किशोर मंडल को गिरफ्तार किया था। दो दिन बाद घर की एक महिला सदस्य को भी इसी कांड में पुलिस ने जेल भेजा था। इस कांड में गिरफ्तारी के लिए साइबर थाना के इंस्पेक्टर सुनील चौधरी अपनी टीम के साथ जब संतोष मंडल के पीछे पड़े तो उसकी अवैध चल-अचल संपत्ति से पर्दा उठने लगा।
स्कार्पियो, बोलेरो के अलावा संतोष के पास जेसीबी मशीन रहने, दो माह पूर्व शहर से सटे गायछांद में लाखों की जमीन खरीदने, मकान बनाने, बेना में भी जमीन व मकान रहने का साक्ष्य पुलिस को मिला। इन्हीं संपत्ति के आधार पर साइबर थाना की पुलिस अब उसके खिलाफ ईडी को प्रस्ताव भेजने की तैयारी में जुट गई है। अवैध संपत्ति का ब्योरा बनाया जा रहा है। सनद रहे कि अब तक जामताड़ा पुलिस ने पचास लाख से अधिक अवैध संपत्ति खड़ी करने वाले लगभग 90 साइबर अपराधियों को चिन्हित कर लिया है। इनके खिलाफ पांच-दस की संख्या में प्रतिमाह प्रस्ताव ईडी व आयकर (आइटी)विभाग को भेजा जा रहा है। इनमें क्लोनिंग कार्ड के पहले नामजद के रूप में संतोष का नाम अब जुड़ेगा।
फरार संतोष मंडल अपने पूरे परिवार के साथ क्लाेन एटीएम कार्ड के जरिए लाखों रुपए की अवैध निकासी अब तक कर चुका है। उसकी संपत्ति की जांच की जा रही है।। उसके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में ही लगभग सत्तर लाख की अवैध संपत्ति का जिक्र किया जा चुका है। उसके बाद भी उसकी अवैध संपत्ति का पता चला है। संताेष के खिलाफ ईडी व आइटी को प्रस्ताव शीघ्र भेजा जाएगा।
-शैलेंद्र कुमार सिन्हा, एसपी, जामताड़ा।