साइबर अपराधी सीताराम को डेढ़ वर्ष की सजा
जामताडा: फर्जी बैंक अधिकारी बनकर लोगों के खाते से रुपये उड़ाने के मामले में अंतिम सुनवाई
जामताडा: फर्जी बैंक अधिकारी बनकर लोगों के खाते से रुपये उड़ाने के मामले में अंतिम सुनवाई के पश्चात मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने आरोपी सीताराम मंडल को डेढ़ वर्ष की कठोर कारावास की सजा और 20 हजार रुपये अर्थदंड की सजा मुकर्रर की है।
घटना के संदर्भ में सहायक लोक अभियोजक धनंजय पांडे ने बताया कि 15 मई 2016 को करमाटांड़ पुलिस ने आरोपी सीताराम मंडल को उसके गांव सिन्दर जोड़ी से गिरफ्तार किया था। आरोपी ने गुजरात के अहमदाबाद निवासी जीतेन्द्र कुमार महता के खाते से 49800 की निकासी साइबर ठगी के रूप में मोबाइल के जरिए की थी। इस राशि में से आरोपी ने अपने खाते में 3200 रुपये डाले थे। बाकी रकम अन्य के खाते में डाली गई थी। गिरफ्तारी के क्रम में आरोपी के पास से दो मोबाइल और तीन पास बुक पुलिस ने जब्त किया था। इसमें एक उसका स्वयं का था बाकि दो में एक फुफेरा भाई और ससुर का था। वहीं इस मामले में पुलिस इंस्पेक्टर बाल्मिकी ¨सह, एएसआइ सूचक राजेन्द्र ¨सह, हरिप्रसाद ¨सह, संतोष कुमार ¨सह, प्रदीप कुमार मंडल, वकील मंडल, राजेश कुमार सिन्हा, गुजरात निवासी जीतेन्द्र कुमार महता ने अपना बयान अदालत को कलमबद्ध कराया था। अदालत ने सभी गवाहों के बयान और पक्ष एवं विपक्ष की बहस सुनने के बाद आरोपी सीताराम मंडल को आईटी एक्ट की धारा 66 डी में दोषी पाते हुए डेढ़ वर्ष की कठोर कारावास व बीस हजार रुपये अर्थदंड की सजा मुकर्रर की है। अर्थदंड नहीं देने के एवज में आरोपी को अतिरिक्त दो माह की सजा काटनी होगी। बाद में आरोपी के अधिवक्ता सतीनाथ मंडल की ओर से पांच हजार रुपये की अपीलीय बांड देने पर अदालत ने आरोपी को जमानत दिया।
---पुलिस का हौसला बुलंद : साइबर अपराधियों के गढ़ जामताड़ा में साइबर अपराध में शामिल किसी साइबर अपराधी के खिलाफ कोर्ट की ओर से पहली सजा है। इसको लेकर पुलिस का हौसला भी बुलंद है। जिला पुलिस भी सजा दिलाने के लिए कोर्ट के निर्देश में गवाहों को विभिन्न इलाकों से लाने में शुरू से ही काफी गंभीरता बरती थी। एसडीपीओ पूज्य प्रकाश व इंस्पेक्टर रवींद्र कुमार ¨सह अहमदाबाद कई चक्कर लगाए। अहमदाबाद से लाकर पीड़ित को यहां न्यायालय में उसका बयान कलमबद्ध करवाया गया। वहीं पुलिस प्रतिनिधि व सरकारी अधिवक्ता धनंजय पांडे ने भी बहस में सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पिछले एक वर्ष से साइबर अपराध के नियंत्रण में जिला पुलिस व चार महीने से साइबर ¨वग की पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। पुलिसिया कार्रवाई में करोड़ों रुपए की चल संपत्ति जब्त की तो काफी संख्या में साइबर आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भी भेजा गया। अब इस सजा से पुलिस का मनोबल कार्रवाई के नाम पर और बढ़ेगा।