चिरेका का 150 वां रेल इंजन राष्ट्र को समर्पित
जागरण संवाददाता जामताड़ा वैश्विक महामारी कोरोना के बीच जहां तमाम गतिविधियां शिथिल है
जागरण संवाददाता, जामताड़ा : वैश्विक महामारी कोरोना के बीच जहां तमाम गतिविधियां शिथिल है वहीं चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना(चिरेका) ने इस संकट के दौर में भी चालू वित्तीय वर्ष का 150वां रेलइंजन का उत्पादन किया। मंगलवार को चिरेका महाप्रबंधक प्रवीण कुमार मिश्रा ने वर्ष 2020-21 में उत्पादित डब्लूएजी-9/एचसी (32922 श्रेणी) को लोको साइडिग से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
ज्ञातव्य हो कि वर्ष 2020-21 में 102 कार्यदिवस में 100 रेलइंजन तथा आगे 50 रेलइंजन सिर्फ 27 कार्य दिवसों में यानि कुल 129 कार्य दिवसों में150 रेलइंजन का निर्माण किया। जबकि वर्ष 2019-20 में 150 रेलइंजन 128 कार्यदिवस में बनाया गया।
सनद रहे कि रेलइंजन उत्पादन करते समय चिरेका इकाई के कर्मचारी और सुपरवाइजर द्वारा कोरोना के खिलाफ सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी तरह की सावधानी बरती जा रही है। इस क्रम में चेहरे को मास्क से ढकना, सुनिश्चित दूरी बनाए रखना, नियमित हाथों की सफाई और जन-स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा कार्य स्थल की साफ-सफाई का भी अनुपालन किया जा रहा है। चिरेका ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में 402 रेल इंजन निर्माण कर लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स में स्थान प्राप्त करने का अवसर प्राप्त किया था। पुन: वित्तीय वर्ष 2019-20 में 431 रेल इंजन बना कर चिरेका ने नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया।