Move to Jagran APP

छात्रा को मृत घोषित करने पर अस्पताल में हंगामा

संवाद सहयोगी नाला(जामताड़ा) नाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को दसवीं की छात्रा दीया

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 06:39 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 06:39 PM (IST)
छात्रा को मृत घोषित करने पर अस्पताल में हंगामा
छात्रा को मृत घोषित करने पर अस्पताल में हंगामा

संवाद सहयोगी, नाला(जामताड़ा): नाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को दसवीं की छात्रा दीया गोस्वामी को मृत घोषित करने के विरोध में पीड़ित परिजनों व ग्रामीणों ने हंगामा खड़ा किया। ग्रामीण चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाकर उनके तबादले की मांग कर रह थे। ग्रामीणों का कहना था कि चिकित्सक ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया पर जब उसका शरीर घर ले गए तो उसकी सांसें चल रही थी। दुबारा अस्पताल लाने के क्रम में रास्ते में बच्ची का दम टूट गया। चिकित्सक शुरू में ही ठीक से जांच करते तो बच्ची बच सकती थी। बाद में पुलिस पहुंचकर विरोध को शांत किया।

loksabha election banner

नाला प्लस टू उच्च विद्यालय की चौदह वर्षीय छात्रा दीया बुधवार सुबह नाला गांव के तालाब में अपनी मां व बहन के साथ नहाने गई थी। इसी क्रम में वह तालाब के पानी में डूब गई। मां जब बेटी को नहीं निकाल पाई तो हल्ला करने पर आसपास के लोग पहुंचे और बच्ची को पानी से बाहर निकाला। फिर उसे नाला सीएचसी में भर्ती कराया गया। अस्पताल में चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। पिता चंदन गोस्वामी समेत अन्य परिजनों का कहना है कि मृतका दीया को जब घर लेकर पहुंचे तो उसकी सांसें चल रही थी। उसे फिर अस्पताल लाने लगे तो रास्ता में उसकी मौत हो गई। परिजनों व ग्रामीणों ने शव ओ लेकर अस्पताल विरोध जताने पहुंच गए। सूचना पाकर पुलिस पहुंची। पुलिस व बीडीओ कौशल कुमार के हस्तक्षेप से मामला को शांत किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि चिकित्सक की लापरवाही से बच्ची का मौत हो गई। चिकित्सक बच्ची को मृत घोषित करने के बजाए अस्पताल में ही रखकर इलाज करते तो बच्ची की जान बच जाती। करीब नौ बजे से बारह बजे तक अस्पताल परिसर में लोग हंगामा करते रहे। ग्रामीण प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नदिया नंद मंडल पर कार्रवाई करने व स्थानांतरण करने की मांग पर अड़े थे। इस बाबत उपायुक्त व स्वास्थ्य मंत्री को संबोधित ज्ञापन बीडीओ को सौंपा। बताया गया है कि डॉ नदिया नंद मंडल नाला गांव के निवासी हैं। स्थानीय होने के नाते मनमर्जी करते हैं। ग्रामीणों ने मांग की कि 72 घंटे के अंदर स्थानांतरण नहीं हुआ तो आंदोलन होगा। ग्रामीणों के साथ पंकज झा, तापस भट्टाचार्य, गणेश मित्र, सुकुमार राय, विजन राय, सुजन राय, आदि थे।

पुलिस अवर निरीक्षक निताई दास ने बताया कि बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए जामताड़ा भेज दिया गया है। नाला सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नदिया नंद मंडल ने बताया कि तालाब में डूबने की घटना के बाद दीया को परिजनों ने अस्पताल लाया था। पूरी तरह से जांच करने के बाद ही उसे मृत घोषित किया गया था। लापरवाही का आरोप सरासर गलत है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.