बुधुडीह पंचायत सचिवालय ने दस रुपये का मास्क 19 रुपये में खरीदा
मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा ) नारायणपुर प्रखंड के बुधुडीह पंचायत में विवाद के नए-नए मामले उभ
मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा ) : नारायणपुर प्रखंड के बुधुडीह पंचायत में विवाद के नए-नए मामले उभरने लगे हैं। इस पंचायत में दस रुपये की सामग्री 19 रुपये में खरीदने का कार्य पंचायत सचिवालय ने किया है। यहां कोरोना संक्रमण के दौरान वर्ष 2020 में प्रति मास्क 19 रुपये में खरीदा गया। जबकि बाजार में उसकी कीमत दस रुपये है। ऐसे में समझा जा सकता है कि पंचायत के विकास के लिए भेजी गई राशि का कितना दुरुपयोग हुआ है । यहां के मुखिया तथा पंचायत सचिव ने कोरोना से बचाव तथा राहत के लिए सामग्री का क्रय जामताड़ा के चेंगायडीह की कंपनी से की है। उसकी जांच की भी मांग उठने लगी है ।
--क्या कहते हैं ग्रामीण : वर्ष 2020 में इस पंचायत ने 15वें वित्त आयोग मद से 26600 रुपये का 1400 पीस मास्क खरीदा गया। इसका क्रय कर इसका वितरण का भी दावा किया जा रहा है। हालांकि पंचायत के शिमला, बुधुडीह के ग्रामीण शंभू रवानी, दिलीप यादव, नंदलाल यादव, कोंकु यादव, सागर रवानी ने मास्क नहीं मिलने का भी आरोप लगाया है। खैर जो भी हो पंचायत सचिवालय ने जो विपत्र रखा है उसमें मास्क के साथ-साथ सैनिटाइजर, फोग मशीन सहित विभिन्न प्रकार की सामग्री का क्रय का उल्लेख है। इसमें करीब 54630 रुपये का भुगतान दिख रहा है।
अब सवाल उठता है कि अधिक मूल्य में सामग्री की खरीदारी किस परिस्थिति में पंचायत सचिवालय ने की। ज्यादा कीमत देकर खरीदारी की क्या आवश्यकता पड़ गई। पंचायत के ग्रामीण ने जांच की मांग करते हुए कहा कि सरकार जनता से टैक्स लेती है फिर इस राशि का उपयोग विकास मद में होता है। हमारे पैसे को ही सरकार पंचायत तक भेजती है। उसका सदुपयोग करने के लिए पंचायत में सरकारी कर्मी दिए गए हैं। नियमावली का अनुपालन करना उनका कर्तव्य है, लेकिन यहां नियमों के अनुरूप काम नहीं किया गया है। कहा जाता है कि किसी भी सामग्री का क्रय करने के लिए कम से कम दो-तीन कंपनियों से सामग्री मूल्य का कोटेशन लेना चाहिए, लेकिन इस पंचायत सचिवालय ने इसके अनुपालन में कितनी समझ दिखाई है यह जांच का विषय है।
---डीसी से जांच की मांग : ग्रामीणों ने कहा कि हम सभी अपने घर के सदस्यों को मास्क पहनाने के लिए 10-12 रुपये में बाजार से खरीदते हैं लेकिन पंचायत सचिवालय ने 19 रुपये में एक मास्क खरीदा है । विपत्र में थ्री लेयर मास्क उल्लेख है पर मिला कितने लेयर का मास्क, इसकी परख किसी ने नहीं की । भाजपा के जावेद अंसारी ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में 15वें वित्त आयोग मद से मास्क सहित जो अन्य सामग्री की खरीदारी बुधुडीह पंचायत में हुई है उस में गड़बड़ी दिख रही है ।अधिक कीमत में मास्क खरीदने का कोई औचित्य ही नहीं है । इसकी उच्चस्तरीय जांच उपायुक्त कराएं।
---क्या कहते हैं पंचायत सचिव : पंचायत सचिव जयदेव मुर्मू ने बताया कि 15 वे वित्त आयोग मद से मास्क सहित अन्य जो सामग्री खरीदी गई है । वह नियम के दायरे में रहकर खरीदी गई है इसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं है । मास्क के लिए जो वाजिब राशि अंकित है, उसी कीमत में खरीदारी नियम के तहत की गई है।