रक्त संग्रह इकाई को नहीं निकल रहा मुहूर्त
जागरण संवाददाता, जामताड़ा : जामताड़ा जिले के मरीजों के लिए विडंबना है कि यहां अब तक ब्लड
जागरण संवाददाता, जामताड़ा : जामताड़ा जिले के मरीजों के लिए विडंबना है कि यहां अब तक ब्लड बैंक चालू नहीं हो पाया है। हालांकि रक्त संग्रह इकाई से गंभीर मरीजों का जीवन बच रहा था। मगर वह भी चिकित्सक के अभाव में 14 माह से ठप है। इस इकाई की सेवा शुरू करने की घोषणा यहां सिविल सर्जन ने कई बार की, मगर अब तक इसका मुहूर्त नहीं निकल पाया। इकाई के लिए यहां चिकित्सक के साथ तकनीकी कर्मी की भी व्यवस्था कर ली गई है। फिर से महकमा ने इसी माह इकाई चालू करवाने में अपनी ताकत झोंकी है।
क्यों बंद पड़ी इकाई : पिछले साल जून महीने तक यहां रक्त संग्रह इकाई चल रही थी। उसके बाद 17 जुलाई को विशेषज्ञ चिकित्सक यहां से सेवानिवृत्त हो गए। पिछले माह तक चिकित्सक की कमी के कारण इकाई बंद थी। उसके बाद से ही इकाई में ताला लटक गया। इसका खमियाजा खासकर गरीब मरीजों को यहां रोज भुगतना पड़ रहा है। रक्त के अभाव में उन्हें चिकित्सक विवश होकर धनबाद व अन्य जिलों के अस्पतालों में रेफर कर देते हैं।
-----------
धनबाद से रक्त मंगाकर किया जाएगा संग्रह : विभागीय अधिकारी की मानें तो प्रति माह गंभीर मरीजों के लिए यहां 25-30 यूनिट रक्त की जरूरत पड़ती है।जरूरत को पूरा करने के लिए इकाई खुलने पर धनबाद से उक्त मात्रा में रक्त मंगाकर यहां संग्रह किया जाएगा। फिर उन्हें संबंधित मरीजों को मुहैया कराया जाएगा। सदर अस्पताल में रक्त संग्रह इकाई खुलवाने के लिए संसाधन की व्यवस्था कर ली गई है।
-----------
जिला मुख्यालय में ब्लड बैंक खुलवाने में अभी विलंब है। तब तक रक्त संग्रह इकाई से ही रक्त की आपूर्ति की जाएगी। सदर अस्पताल परिसर में इकाई खुलेगी। ब्लड बैंक के लिए मिले चिकित्सक व लैब टेक्निशियन से फिलहाल इकाई में सहयोग लिया जाएगा। रक्त इकाई में प्रत्येक ग्रुप की दो-दो यूनिट रक्त रखी जाएगी। हफ्ते भर में इकाई चालू कर दी जाएगी।
---डा. बीके साहा, सिविल सर्जन ।