बीमारी के उपचार व बचाव के प्रति डॉक्टर जागरूक बनें
जामताड़ा विभिन्न बीमारी की रोकथाम के प्रति जागरूकता को ले सीएस सभागार में गुरुवार को एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का शुभारंभ सिविल सर्जन डॉ. आशा एक्का समेत अन्य चिकित्सा पदाधिकारी ने संयुक्त रूप से किया।
जामताड़ा : विभिन्न बीमारी की रोकथाम के प्रति जागरूकता को ले सीएस सभागार में गुरुवार को एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का शुभारंभ सिविल सर्जन डॉ. आशा एक्का समेत अन्य चिकित्सा पदाधिकारी ने संयुक्त रूप से किया। मौके पर डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. राजेन कुमार ने चिकित्सकों को कोरोना वायरस समेत अन्य फ्लू लक्षण से संबंधित बीमारी की पहचान, उपचार व बचाव की जानकारी दी। कहा कि चिकित्सकों का दायित्व बनता है कि संबंधित बीमारी के लक्षणवाले बच्चे व महिला-पुरुष में दिखाई दे तो उसकी रिपोर्ट जिला मुख्यालय को भेजते हुए आवश्यक जांच एवं उपचार शुरू करें। खासकर बुखार, शरीर में छोटे-बड़े लाल दाना, खांसी-सर्दी आदि लक्षणों के प्रति गंभीरता दिखाएं। 28 दिन से कम उम्र के नवजात में टेटनेस के लक्षण जबकि खसरा, रुबेला, टेटनेस 15 वर्ष की उम्र तक के बच्चों में व मिजिल्स के लिए कोई उम्र सीमा निर्धारित नहीं है। कोरोना वायरस के बारे में कहा कि विश्व के 37 देश में कोरोना के मरीज पाए गए हैं। चीन को छोड़कर अब तक 3718 कोरोना रोगी की मौत हो चुकी है। भारत के केरल में भी तीन कोरोना वायरस ग्रसित मरीज पाए गए थे जो उपचार के उपरांत ठीक हो चुके हैं। इसके प्रति सावधानी बरतने की आवश्यकता है। मौके पर जिले के सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मौजूद थे।