अरविंद ने डेढ़ साल से परजिनों को गुमराह कर लेता रहा रुपये
नारायणपुर (जामताड़ा) : नारायणपुर थाना के बुधुडीह निवासी सह डीएवी का छात्र अर¨वद मेहर
नारायणपुर (जामताड़ा) : नारायणपुर थाना के बुधुडीह निवासी सह डीएवी का छात्र अर¨वद मेहरा ने अपनी पढ़ाई के बाबत पूरे परिवार को लगातार गुमराह करके रखा था। उसने डेढ़ वर्ष से डीएवी से नाता तोड़े हुए था जबकि घर वालों से प्रतिमाह पढ़ाई के मद पांच हजार रुपये भी ले रहा था। उसने सीबीएसई की दसवीं की परीक्षा सावित्री देवी डीएवी से नहीं दी थी। इसकी पुष्टि डीएवी की प्रकाशित ऑनलाइन रिजल्ट से हुई है। गुरुवार को डीएवी के रिजल्ट ऑनलाइन देखा गया तो उसमें उत्तीर्ण व कंपार्ट के लिए 147 छात्र-छात्राओं का नाम सूचीबद्ध था जिसमें अर¨वद मेहरा का नाम नहीं था। ऐसे में माना जा रहा है कि रिजल्ट निकलने के बाद अर¨वद के झूठ की पोल परिजनों के बीच खुल जाती, इसलिए उसने हताशा में आत्महत्या का आत्मघाती कदम उठाया और परिवार को बगैर कुछ बोले देर रात को अपने घर के पिछवाड़े पेड़ के सहारे रस्सी से फांसी लगा ली।
-पुलिस कई ¨बदुओं पर कर रही जांच : पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपने के बाद से ही पुलिस यूडी केस दर्ज कर जांच कर रही है। पुलिस ने बुधवार को ही अर¨वद के परिजनों का बयान लिया। जबकि सूचना पर पुलिस वहां पहुंची तो उसके पहले ही पेड़ से लगे शव को उतार लिया गया था। पुलिस का मानना है कि परिजन को रिजल्ट दिखाने के भय या किसी अन्य वजह से उसने आत्महत्या की है। यह जांच में उजागर हो जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। अभी परिजन व ग्रामीणों में मातम है। पुलिस प्रेम प्रसंग की संभावना को लेकर भी अनुसंधान कर रही है।
-शक के दायरे में फोन कॉल : परिजनों ने बताया कि अर¨वद के मोबाइल नंबर 8709810971 पर 26 से 29 मई तक 7250774728 नंबर से बातचीत हुई है। यह नंबर शक के दायरे में है। परिजनों ने उक्त नंबर पुलिस को उपलब्ध करवा दिया है। कॉल डिटेल जांच में भी आत्महत्या की वजह से पर्दा उठ सकता है।
-परिजनों को गलती का एहसास : परिजन भी अब यह मानने लगे हैं कि अर¨वद डेढ़ वर्ष से डीएवी जामताड़ा में नहीं था। परिजनों के पास न तो दसवीं परीक्षा का प्रवेशपत्र मिला है और न ही कोई ऐसा दस्तावेज ही है जिससे साबित होता हो कि वह उक्त विद्यालय में पढ़ता है। डीएवी विद्यालय प्रबंधन ने अर¨वद के परिजनों को बताया कि कक्षा नौवीं की अर्द्ध वार्षिक परीक्षा (2016) में शामिल हुआ था। इसके बाद उसने विद्यालय छोड़ दिया था। परिजनों के पास भी सितंबर (2017) तक ही विद्यालय में शुल्क जमा करने की रसीद है। जितेंद्र मेहरा ने कहा कि अर¨वद को जामताड़ा में रहकर पढ़ाई करने के लिए प्रति माह पांच हजार रुपये देते थे। उस पर अत्यधिक विश्वास करने के कारण ही ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। वह डीएवी में पढ़ने की बात कहा करता था परंतु सच्चाई कुछ और निकली। उसने हम सबों से झू्ठ बोला था। 29 मई को रिजल्ट आने के बाद वह परिजनों को क्या बताता, इसीलिए उसने आत्महत्या का कदम उठाया होगा।
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वर्जन
पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार है। रिपोर्ट आने के बाद पुलिस मामले के तह तक जाएगी और आत्महत्या के कारणों का पता लगाएगी। कई ¨बदुओं पर जांच चल रही है।
हरेंद्र कुमार, पुलिस निरीक्षक, नारायणपुर
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डीएवी प्रबंधन पर सूचना नहीं देने का आरोप
बुधुडीह के पंचायत समिति सदस्य कांग्रेस यादव ने गांव के अर¨वद मेहरा की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस को मामले की तह तक जाना चाहिए। अगर अर¨वद डेढ़ वर्ष से विद्यालय नहीं जा रहा था तो डीएवी प्रबंधन ने इसकी सूचना विधिवतरूप से अभिभावकों को क्यों नहीं दी। इसकी भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मामले पर से जल्द पर्दा उठना चाहिए।