कलाकारों ने भजन-कीर्तन से लोगों को किया मंत्रमुग्ध
राधे राधे जपे चलो आएंगे बिहारी..
कलाकारों ने भजन-कीर्तन से लोगों को किया मंत्रमुग्ध
संवाद सहयोगी, मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : नारायणपुर प्रखंड के अंबाटांड़ ठाकुरबाड़ी में पांच दिवसीय झूलनोत्सव के अंतिम दिन काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। शुक्रवार को झूलनोत्सव के अंतिम दिन आस्था और उमंग के माहौल में श्रद्धालुओं ने भगवान के लिए झूलनोत्सव का आयोजन किया। सांवरिया सरकार को आस्था का झूला झुलाया। भजन-कीर्तन और भगवान के जयकारे से पूरा इलाका भक्तिमय हो गया। उत्सव के दिन भगवान का झूलन सिंहासन को बड़े ही आकर्षक ढंग से सजाया गया था। इस बाबत बताया गया कि पांच दिवसीय उत्सव के दौरान प्रत्येक दिन भगवान के झूलनोत्सव का सिंहासन और मंच का श्रृंगार नए स्वरूप में किया जाता है ताकि भगवान को आनंद का झूला झुलाया जा सके। स्थानीय कलाकारों की टोली ने भजन-कीर्तन का आयोजन कर इस उत्सव को और मनमोहक बनाया। कलाकारों ने एक से बढ़ कर एक भजन-कीर्तन गाकर उपस्थित लोगों को भाव विभोर कर दिया। श्रद्धालुओं ने आनंद विभोर होकर भक्ति के सागर में डुबकी लगाया । कार्यक्रम देर रात तक चला। कार्यक्रम में धनबाद से पहुंचे पंडित जयमंगल ने एक से बढ़ कर एक भजन प्रस्तुत कर लोगों को थिरकने को मजबूर कर दिया। राधे-राधे जपो चलो, आएंगे बिहारी भजन में उपस्थित श्रद्धालु खूब झूमे। वहीं भजन कार्यक्रम में हारमोनियम में भानु तिवारी बेंजो में हीरामन, ढोलक पर कृष्णा आदि ने साथ दिया। अंत में आरती, स्तुति हुई। लोगों के बीच प्रसाद का भी वितरण किया गया। मौके पर राघवेंद्र नारायण सिंह, देवेन्द्र नाथ तिवारी, भागवत तिवारी, अशोक ओझा, अरुण ओझा, अजीत ओझा, गौतम ओझा, कौशल ओझा, राजू ओझा , मुकेश गोस्वामी आदि उपस्थित थे।