Move to Jagran APP

रब की मर्जी से रबी लाएगी समृद्धि

आदिवासी परिवार को आर्थिक रूप से समृद्ध करने को झारखंड ट्राइबल्स डेवलपमेंट सोसायटी वर्षों से  जामताड़ा व फतेहपुर प्रखंड स्थित आदिवासी गांवों में प्रयासरत है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Nov 2019 11:00 AM (IST)Updated: Wed, 20 Nov 2019 11:00 AM (IST)
रब की मर्जी से रबी लाएगी समृद्धि
रब की मर्जी से रबी लाएगी समृद्धि

जामताड़ा : आदिवासी परिवार को आर्थिक रूप से समृद्ध करने को झारखंड ट्राइबल्स डेवलपमेंट सोसायटी वर्षों से  जामताड़ा व फतेहपुर प्रखंड स्थित आदिवासी गांवों में प्रयासरत है। इस बार जामताड़ा के 30 व फतेहपुर के 49 आदिवासी गांवों में रबी फसल गेंहू, खेसारी, सरसों की खेती की जाएगी। किसानों का कहना है कि रब की कृपा से हमलोगों के घरों में रबी समृद्धि लाएगी।

loksabha election banner

खेती  करवाने को सोसायटी ने ग्राम सभा के माध्यम से इच्छुक व योग्य किसानों का चयन कर उसे प्रशिक्षण देने की तैयारी शुरू कर दी है। सोसायटी इन्हें खाद-बीज के साथ खेती की तकनीक की भी जानकारी देगी। पिछले खरीफ मौसम में भी उक्त दोनों प्रखंड के 30 गांव में 3500 एकड़ भूमि में धान, मकई, अरहर आदि की खेती करवाई गई थी। इस वर्ष सोसायटी ने दोनों प्रखंड के 79 गांव में करीब 8000 एकड़ में गेंहू, खेसारी,सरसों, मसूर दाल की खेती करवाने का निर्णय लिया है। ।

एक परिवार को अधिकतम डेढ़ एकड़ का लाभ : चयनित गांव में एक किसान को अधिकतम डेढ़ एकड़ फसल आच्छादित करने का लाभ दिया जा सकेगा। किसान के पास डेढ़ एकड़ से कम भी भूमि होगी तो उसे योजना का लाभ मिलेगा। सोसायटी ने इस वर्ष गेंहू 1950 एकड़, खेसारी 2600 एकड़, सरसों 3000 एकड़, मसूर दाल की खेती 250 एकड़ में करवाने की तैयारी शुरू की है। तैयारी के पहले चरण में सोसायटी के सहयोगी संस्था प्रतिनिधियों की देखरेख में खेतों की जोताई की गई है।

अब सोसायटी किसानों को निश्शुल्क बीज उपलब्ध कराएगी। बीज उपलब्ध होने के उपरांत संस्था के विशेषज्ञों की देखरेख में बीज बोआई कार्य संपन्न किया जाएगा।

किसान व भूमि चयन का दायित्व समिति को : जामताड़ा व फतेहपुर प्रखंड में क्रमश: 30 एवं 49 गांव में इच्छुक किसान व कृषि योग्य भूमि का चयन ग्राम सभा क्रियान्वयन समिति ने किया है। समिति सदस्यों की उपस्थिति में उसकी अनुशंसा पर खाद व बीज का वितरण लाभुकों के बीच किया जा रहा है।

----------------------

वर्जन

पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष तीन गुणा ज्यादा भूमि पर रबी फसल उपजाने का का लक्ष्य है। इस पर काम शुरू हो चुका है। किसानों को फसल उत्पादन का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। खेतों की तैयारी सोसायटी के सहयोगी संस्था के विशेषज्ञों की देखरेख में हो रही है। बीज वितरण शीघ्र शुरू होगा। बोआई कार्य संस्था के विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में होगा। सोसायटी के पदाधिकारी गांव में किसानों के साथ बैठक कर उसकी समस्याओं का निदान कर रहे हैं। उन्हें बेहतर कृषि उत्पादन को प्रेरित कर रहे हैं।

रुस्तम अंसारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जेटीडीएस जामताड़ा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.