Move to Jagran APP

75 फीसद से कम हाजिरी वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापकों पर होगी कार्रवाई

छात्र उपस्थिति बढ़ाने को लेकर शिक्षा विभाग ने जिले में पहल शुरू कर दी है। पहल के प्रथम चरण में स्कूलों की छात्र उपस्थिति का डाटा संग्रह किया जायेगा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Sep 2019 07:56 PM (IST)Updated: Fri, 20 Sep 2019 06:46 AM (IST)
75 फीसद से कम हाजिरी वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापकों पर होगी कार्रवाई
75 फीसद से कम हाजिरी वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापकों पर होगी कार्रवाई

संवाद सहयोगी, जामताड़ा : छात्र-छात्राओं को एमडीएम, पोशाक, छात्रवृत्ति राशि, साइकिल आदि कई सुविधा उपलब्ध कराने के बाद भी विद्यालयों में छात्र उपस्थिति का ग्राफ नहीं बढ़ रहा है। छात्र उपस्थिति बढ़ाने को लेकर शिक्षा विभाग ने जिले में पहल शुरू कर दी है। पहल के प्रथम चरण में स्कूलों की छात्र उपस्थिति का डाटा संग्रह किया जायेगा। वहीं 75 प्रतिशत से कम छात्र उपस्थिति वाले विद्यालयों में जिला स्तरीय पदाधिकारी मॉनीटरिंग करेंगे। जिन स्कूलों में उपस्थिति का ग्राफ 75 फीसद से कम होगा वहां के प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई होनी तय है। जानकारी हो कि छात्र-छात्राओं के लिए राज्य व केंद्र सरकार की कई योजनाओं का लाभ व सरकारी स्कूलों में निजी विद्यालयों की तर्ज पर पठन-पाठन सुविधा मिलने के बाद भी दर्जनों विद्यालय ऐसे हैं जहां छात्र उपस्थिति संतोष जनक नहीं है। जबकि विभाग ने विद्यालय में 75 प्रतिशत छात्र उपस्थिति अनिवार्य की है। जिले में 1200 उत्क्रमित, उत्क्रमित मध्य, मध्य, उत्क्रमित उच्च एवं राजकीयकृत उच्च विद्यालय संचालित है। हर स्तर के स्कूलों में 75 प्रतिशत छात्र उपस्थिति अनिवार्य है। इसे सुनिश्चित कराने को लेकर जिले में शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी के माध्यम से शिक्षक व अभिभावकों की दूरी को पाटने का काम किया गया। साथ ही अभिभावकों से बच्चों को नियमित विद्यालय भेजने का आग्रह किया गया। अभिभावकों को बताया गया कि छात्र-छात्राओं को मिलने वाली सरकारी सहायता व सुविधा तभी जारी रहेगी जब छात्र-छात्रा की उपस्थिति 75 फीसदी या उससे अधिक होगी। ---------

loksabha election banner

प्रत्येक विद्यालयों में छात्र की उपस्थिति 75 फीसद से अधिक करने को विभाग गंभीर है। पहले चरण में विद्यालय स्तर पर शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी हो चुकी है। अभिभावक से नियमित बच्चों को स्कूल भेजने का आग्रह किया गया है। सीआरपी, बीआरपी, बीपीओ व बीईईओ समेत जिला स्तरीय परियोजना पदाधिकारी को नियमित विद्यालय निरीक्षण कर 75 प्रतिशत से कम छात्र उपस्थिति वाले स्कूलों की सूची बनाने का निर्देश दिया गया है। वे यह भी प्रतिवेदित करेंगे कि छात्र उपस्थिति बढ़ाने में किस प्रकार की समस्या उत्पन्न हो रही है। उक्त समस्याओं के निदान में जो कार्रवाई होगी की जाएगी।

बांके बिहारी सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.