आठवीं के अनुत्तीर्ण छात्रों को मिलेगा एक और अवसर
प्राथमिक शिक्षा के उप निदेशक मिथिलेश कुमार सिन्हा ने राज्य भर के शिक्षा पदाधिकारियों को आठवीं के अनुत्तीर्ण छात्रों को फिर से एक मौका देने का अवसर दिया।
जामताड़ा : झारखंड एकेडमिक काउंसिल के तत्वावधान में आयोजित आठवीं कक्षा की परीक्षा में अनुत्तीर्ण हुए छात्रों को सफल होने के लिए एक और अवसर दिया जाएगा। इसके लिए प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने सभी डीईओ को विशेष कक्षा संचालन आरंभ करने के लिए तैयारी को अमलीजामा पहनाने का निर्देश दिया है।
इस बाबत सोमवार को प्राथमिक शिक्षा के उप निदेशक मिथिलेश कुमार सिन्हा ने डीईओ बांके बिहारी सिंह समेत राज्य भर के शिक्षा पदाधिकारियों के साथ वीडियो संवाद करते हुए उक्त निर्देश दिया। उन्होंने ऐसे छात्रों की सूची तैयार कर 22 मई तक स्कूल टैगिग करते हुए राज्य निदेशालय को प्रतिवेदन समर्पित करने को कहा। डीईओ ने कहा कि जामताड़ा जिले में विभिन्न पंचायतों में पर्याप्त शिक्षक युक्त स्कूलों को चिह्नित कर लिया गया है और इसके साथ संबंधित अन्य स्कूल को भी टैग करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
उन्होंने उप निदेशक को जानकारी देते हुए कहा कि जामताड़ा से प्रतिवेदन भी राज्य मुख्यालय को भेज दिया गया है। उप निदेशक ने कहा कि एक जून से ऐसे छात्रों के लिए विशेष कक्षा आरंभ करना है और इसके बाद छात्रों की परीक्षा ली जाएगी। उन्होंने कहा ग्रीष्मावकाश में कार्य करने वाले शिक्षकों को क्षतिपूर्ति अवकाश दिया जाएगा इसके लिए शिक्षकों को चितित होने की आवश्यकता नहीं है। उल्लेखनीय है कि आठवीं की परीक्षा में जामताड़ा जिले के करीब तीन हजार छात्र असफल हो गए जिससे राज्य स्तर पर जामताड़ा की स्थिति सबसे नीचे रही।
उपनिदेशक ने सेवानिवृत्त शिक्षकों का निदेशालय से संबंधित लंबित मामले की भी सूची भी 22 मई तक उपस्थापित करने को कहा। ताकि उनके समस्याओं पर शीघ्र अमल किया जा सकें। इसी तरह अल्प संख्यक विद्यालय का अंकेक्षण संबंधित रिपोर्ट व प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति के लिए मेधा सूची तैयार करने को निर्देश दिया।
इस क्रम में उप निदेशक ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति के लिए आवेदन करने वाले पारा शिक्षक यदि शिक्षक रहते नियमित होकर अपनी डिग्री को उन्नत किया है तो उसे अमान्य कर दें। ऐसे पारा शिक्षकों की अहर्ता मान्य नहीं होगी।
मौके पर उपनिदेशक ने अल्पसंख्यक विद्यालयों को भुगतान करने के संदर्भ में पूछताछ किया तथा इसे शीघ्र निष्पादित करने को कहा। वीडियो संवाद में सहायक परियोजना पदाधिकारी डॉली कुमारी भी मौजूद थी।