मिहिजाम में बंद फैक्ट्री से 35 लाख की डकैती
मिहिजाम (जामताड़ा) : मिहिजाम शहर के हांसीपहाड़ी में अवस्थित गोरांग एलायज एंड आयरन लिमिट
मिहिजाम (जामताड़ा) : मिहिजाम शहर के हांसीपहाड़ी में अवस्थित गोरांग एलायज एंड आयरन लिमिटेड की बंद फैक्ट्री में मंगलवार रात डकैतों धावा बोलकर लगभग पैंतीस लाख रुपऐ की संपत्ति पर डाका डाला। निजी सुरक्षा कर्मियों को बंधक बनाकर सशस्त्र अपराधी इतनी कीमत के तांबा की सामग्री अपने साथ ले गए। सुबह जब घटना की जानकारी मिली तो इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना पर एसपी शैलेन्द्र कुमार सिन्हा एवं एसडीपीओ बीएन ¨सह ने घटना स्थल पहुंचकर वहां की स्थितियों का मुआयना किया। एसपी ने फैक्ट्री के चोरों ओर मुआयना कर थाना प्रभारी को शीघ्र अपराधियों को चिन्हित करने का निर्देश दिया। फैक्ट्री प्रबंधन ने बगल के डालडा फैक्ट्री के सुपरवाइजर सुचित कुमार वर्मा से थाना में लाखों रुपये की संपत्ति की डकैती होने की प्राथमिकी दर्ज करायी है। फैक्ट्री मालिक कोलकाता में रहते हैं।
बताया गया कि घटना के दौरान आठ निजी सुरक्षा कर्मियों में दुलाल राय, अमित मंडल, विवके मांझी, दीपक मंडल, उत्तम मंडल, शक्तीपद लायक, तपन राय एवं मोइन खान था। अपराधियां ने इन्हें बंदूक, भुजाली एवं डंडा के बल पर पहले बंधक बना लिया। विरोध करने पर पिटाई भी की। उसके बाद लगभग 35 लाख के तांबा का तार एवं प्लेट लेकर चलते बने। गार्ड दुलाल राय एवं दीपक मंडल ने बताया कि रात लगभग 12 बजे फैक्ट्री के पीछे से लगभग 30 डकैत घुसे और सबसे पहले उन्हें बंदूक, भुजाली एवं डंडे से मारपीट कर बंधक बना लिया। सभी आठ गार्डों का मोबाइल छीन कर सीम कार्ड निकाल लिया और सबों को एक स्थान पर हाथ बांध कर बैठा दिया। इसके बाद चार घंटे तक अपराधी तांबा का तार व प्लेट खोल-खोल कर एकत्र किए और अपने साथ ले गए। अपराधियों के जाने के बाद गार्डों ने किसी तरह बंधी रस्सी खोलकर घटना की सूचना डालडा फैक्ट्री प्रबंधन को दी। थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि डकैती का मामला दर्ज किया गया है। अभी कितने का नुकसान हुआ इसकी जानकारी ली जा रही है। गार्डो से पूछताछ की जा रही है। ---वर्जन : डकैती की घटना का जल्द खुलासा कर लिया जाएगा। अपराधियों को चिंन्हित कर गिरफ्तार करने का निर्देश थाना प्रभारी को दिया गया है। यह भी हिदायत दी गई कि ऐसी आपराधिक घटना कतई नहीं होनी चाहिए। अपराधियों को पकड़ने के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है।
--शैलेंद्र कुमार सिन्हा, एसपी जामताड़ा।