Move to Jagran APP

2652 वाहनों पर लगेगा ब्रेक

जामताड़ा : राजस्व वूसली में लक्ष्य प्राप्त करने उद्देश्य से जिला परिवहन कार्यालय ने कार्ययोजना तैयार

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Aug 2018 10:00 AM (IST)Updated: Wed, 22 Aug 2018 10:00 AM (IST)
2652 वाहनों पर लगेगा ब्रेक
2652 वाहनों पर लगेगा ब्रेक

जामताड़ा : राजस्व वूसली में लक्ष्य प्राप्त करने उद्देश्य से जिला परिवहन कार्यालय ने कार्ययोजना तैयार कर अभियान चलाने का निर्णय लिया है।

loksabha election banner

पहले चरण में जिले के वाहन कर बकायेदारों की सूची तैयार की गई है, जिसमें ऑन लाइन पथ कर भरने वाले 2652 बकायेदार वाहन मालिक हैं।

ये सभी पथ कर ऑन लाइन भुगतान नहीं करेंगे तो कानूनी कार्रवाई के पचड़े में फंसेंगे।

परिवहन विभाग ऐसे वाहन मालिकों को नोटिस करेगा। पथ कर जमा नहीं करने पर वाहन मालिकों पर सर्टिफिकेट केस दायर किया जाएगा।

- दो पहिया वाहन भी शामिल : ऑन लाइन पथ कर भरने में डिफाल्टर 2652 वाहन मलिकों की सूची तैयार की गई है। इसमें दो पहिया समेत अन्य बड़े-छोटे निजी व व्यवसायिक वाहन हैं। पथकर समेत अन्य प्रकार के कर ऑन लाइन भरने की व्यवस्था रहने के बावजूद 2652 वाहन मालिकों ने उदासीनता बरती है। इसी का परिणाम है कि सरकार को लाखों रुपये का राजस्व फंसा है।

-15 वर्ष पुराने वाहन भी शामिल : दो पहिया व निजी वाहन की खरीदारी के समय ही 15 वर्ष का पथ कर जमा लिया जाता है। बकायेदार में शामिल दो पहिया व निजी वाहन 15 वर्ष पुराना है। व्यवसायिक वाहनों को वार्षिक, छह माह पथ कर भुगतान करने का प्रावधान है।

-वर्जन : अब तक जिले में 2652 वाहनों मालिकों को बकायेदार के रूप चिह्नित किया गया है। इन्होंने ऑन लाइन पथ कर समय पर भुगतान नहीं किया है। ऐसे में राजस्व वसूली प्रभावित हो रही है। सभी बकायेदार को पहले व अंतिम निर्देश नोटिस के माध्यम से दिया जाएगा। इसके बाद भी निर्धारित समय में पथ कर का भुगतान नहीं करेंगे तो नीलाम पत्र वाद में बदल जाएगा।

नवीन कुमार,अनुमंडल पदाधिकारी सह जिला परिवहन पदाधिकारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.