करमाटांड़ में 232.2 जबकि कुंडहित में 80.4 मिमी बारिश
जामताड़ा मानसून की मेहरबानी इस बार किसानों के लिए वरदान साबित होगी। जिले में जून माह मे
जामताड़ा : मानसून की मेहरबानी इस बार किसानों के लिए वरदान साबित होगी। जिले में जून माह में 126.7 मिमी बारिश हुई, वहीं एक से 18 जुलाई तक जिले में 165.3 मिमी बारिश हो चुकी है। इस डेढ़ माह की अवधि में कतिपय दिन ही मूसलधार बारिश हुई है जबकि प्रतिदिन झमाझम बारिश होते रही है। जून माह में सबसे अधिक नारायणपुर प्रखंड में 173.4 मिमी जबकि सबसे कम करमाटांड़ प्रखंड में 89.2 मिमी बारिश हुई है इसी प्रकार जुलाई माह में अब तक सबसे अधिक बारिश करमाटांड़ प्रखंड में 232.2 मिमी इसी प्रकार सबसे कम बारिश कुंडहित प्रखंड में 102.5 मिमी हुई है। 18 जुलाई तक जिले में करीब 30 फीसदी खेतों में धनरोपनी हो गई है। इसके अलावा दलहन की करीब 42.5 फीसद और तेलहन की करीब 25.5 फीसद फसलें लगाई जा चुकी हैं। अपेक्षा से अधिक बारिश के कारण कुछ निचले इलाकों में धान के बिचड़े बारिश की पानी में डूबने की भी खबर है। ऐसा कुछ ढालूनुमा नालाओं से पानी के उच्च बहाव होने की बात कही जा रही है। इधर कई दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से धनरोपनी कार्य भी तेज है। इसके जल्दी ही पूरे हो जाने की उम्मीद है।
--- जिले में इस वर्ष करीब 52 हजार हेक्टेयर खेतों में धान फसल लगाने का लक्ष्य है। इसमें फिलहाल करीब 30 प्रतिशत खेतों में धान आच्छादन हो चुका है।
---- वर्जन : मानसून की बारिश किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है। इससे उम्मीद है कि एक पखवारा में धान रोपनी का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। 30 प्रतिशत धन रोपनी कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष खेतों में धानरोपने के लिए खेत की तैयारी की जा रही है। ऊपरी खेतों में पानी का अभाव है। किसान ऊपरी खेतों में आधुनिक धान बीज की बुवाई कर रहे हैं। धान से भी बेहतर उत्पादन का लाभ किसानों को होगा।
सबन गुड़िया, जिला कृषि पदाधिकारी