2.04 लाख बच्चों को दिया जाएगा मिजिल्स रूबेला टीका
जामताड़ा : जिले में 26 जून से मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान शुरू होगा। नौ माह से 15 वर्ष तक
जामताड़ा : जिले में 26 जून से मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान शुरू होगा। नौ माह से 15 वर्ष तक की आयु तक के 2.04 लाख बच्चों को टीका लगाया जाएगा। अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला स्तरीय प्रशिक्षण दिया गया है। प्रखंड स्तर पर कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह बातें सिविल सर्जन डॉ. बीके साहा ने अभियान समीक्षा करते हुए कही। कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा एवं बाल विकास विभाग से ग्राम स्तर तक नक्शा बनाकर तैयारी पूरी करने के निर्देश दिया गया है। मलिन बस्तियों, झुग्गी-झोपड़ियों, बड़े निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के बच्चों, आंगनबाड़ी केंद्रों आदि के साथ आते-जाते बच्चों को भी इसमें शामिल किया जायेगा। मिजिल्स रूबेला टीका बाजार में दो हजार रुपये में उपलब्ध खसरे का टीका स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभियान के तहत निश्शुल्क लगाया जाएगा। 26 जून से एक दिन पूर्व सभी प्रखंड स्तरीय अस्पतालों में एमआर वैक्सिन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। कहा कि खसरे में तेज बुखार आना, अत्यधिक खांसी होना, जुकाम, नाक बहना, आंखें लाल होना, शरीर में चकते होना इस बीमारी का लक्षण हैं। यह फैलने वाली बीमारी है, इसलिए इसकी रोकथाम के लिए टीकाकरण जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से बच्चा शारीरिक, मानसिक रूप से कमजोर होने के साथ उनकी मृत्यु भी हो सकती है। रूबेला बीमारी से अक्सर घुटनों में तेज दर्द होने के साथ गर्भवती महिला के बच्चे के ग्रोथ में रुकावट आती है। इस बीमारी से गर्भपात का भी खतरा रहता है। खसरा कुपोषित बच्चों में तेजी से फैलने का खतरा रहता है, इसलिए सरकार देश के नोनिहालों को इस बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान चला रही है। पांच सदस्यीय वेक्सिनेटर टीम का गठन किया जायेगा। प्रत्येक टीम में एक-एक आंगनबाड़ी कर्मी, सहिया, एएनएम, शिक्षक व सामाजिक कार्यकर्ता रहेंगे। प्रत्येक टीम को प्रति दिन 200 बच्चों का टीकाकरण करना है। अनुश्रवण के लिए जिला व प्रखंड स्तर पर कोर कमेटी गठित है। इधर तीन वैक्सिनेटर दल पर एक पर्यवेक्षक प्रतिनियुक्त किया जायेगा। पर्यवेक्षक पल पल की गतिविधियों पर नजर रखेगा।