केरल बाढ़ में फंसे करमाटांड़ व नारायणपुर के 150 मजदूरों की पहचान
केरल में कालीकट, चेन्नई आदि इलाकों में स्थानीय लोग फंसे हैं। वहां के प्रशासन से भी संपर्क किया जा रहा है।
जामताड़ा। केरल बाढ़ में फंसे करमाटांड़ व नारायणपुर प्रखंड के विभिन्न गांवों के लगभग 300 कामगारों में से जिला प्रशासन ने अब तक 150 कामगरों की पहचान कर ली है। इन्हें बाढ़ ग्रस्त इलाके से निकालने की पहल शुरू कर दी है। ये लोग केरल के कालीकट, कड़वातूल, त्रिशूल, चैन्नई इलाके में फंसे हैं। इस बीच दोनों प्रखंडों के यहां दर्जनों से अधिक गांवों के परिजनों की रुलाई अपनों के साथ अनहोनी की आशंका से थम नहीं रही है। ये सभी कामगार रोजी-रोटी की तलाश में ईद में केरल गए थे। इसी 22 तारीख को बकरीद में वे घर पहुंचने वाले थे, कि बाढ़ की त्रासदी में घिर गए।
इधर, उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद ने रविवार शाम को बताया कि जामताड़ा के दोनों प्रखंडों के प्रभावित गांवों में अधिकारियों को भेजकर वहां बाढ़ में फंसे लोगों की पहचान के साथ संपर्क नंबर लिया गया है। उन्हें सकुशल वापस लाया जाएगा। केरल में कालीकट, चेन्नई आदि इलाकों में स्थानीय लोग फंसे हैं। वहां के प्रशासन से भी संपर्क किया जा रहा है। बहुत से लोग वहां सुरक्षित स्थान पर हैं। कई लोग घर लौटने को ट्रेन भी चढ़ चुके हैं। जो लोग केरल में जगह बदल रहे हैं।
डीसी ने बताया कि करमाटांड़ के 57 लोगों में से 45 लोग कालीकट में फंसे हैं। वे अपने परिजनों से संपर्क में हैं। नारायणपुर के 93 लोगों की पहचान हुई है। उन्हें भी जामताड़ा लाने की पहल की जा रही है। उपायुक्त ने केरल त्रासदी में राहत कार्य चलाने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में इच्छुक लोगों को सहयोग देने की अपील की। बताया कि यहां से केरल राहत सामग्री मंगलवार से भेजी जाएगी। मौके पर उनके साथ डीडीसी रामाशंकर प्रसाद, एसडीओ नवीन कुमार आदि अधिकारी थे।