हाथी का आतंक, एक युवक गंभीर
पिछले दो माह से प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में हाथियों का आतंक लगातार
संवाद सूत्र, गालूडीह : पिछले दो माह से प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में हाथियों का आतंक लगातार बना हुआ है। ग्रामीण क्षेत्र से निकल कर हाथियों के झुंड ने शहरी क्षेत्र की ओर रूख कर दिया है। सोमवार की सुबह एनएच के किनारे से हाथियों ने बनकाटी पंचायत के पाथरडीह गांव पहुंच वहां शरण ली है। झुंड में शामिल हाथियों के चिंघाड़ने से आस-पास के गांव में में दहशत है। धधकीडीह गांव के नहर किनारे धमकबेडा गांव का एक युवक सुरेन्द्र महाते हाथी को देखने के लिए नजदीक पहुंचा तो उग्र हाथी ने उसे पटककर घायल कर दिया। स्थानीय लोगों की मदद से उसे गालूडीह स्थित निरामय हेल्थ केयर में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जमशेदपुर रेफर कर दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही उसके भाई देवेन महतो व पुत्र सुभाष महतो पहुंचे। उसने बताया कि सुरेन्द्र सुबह लगभग 10 बजे घर से निकला था। बताया जाता है कि एक बड़े हाथी ने सुरेन्द्र को पटका। पटकने के बाद अपनी दांत से वार कर घायल कर दिया। हाथियों ने उसे अपने कब्जे रखा। गांव वालों ने आग की लपट हाथियों की ओर फेंकी। इसके बाद वे सुरेन्द्र को छोड़ कर भागे। वनपाल पवन ¨सह, ग्रामीण व कई राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं ने मिलकर हाथियों को खदेड़ा। इसके बाद हाथियों ने नहर किनारे धधकीडह गांव में शरण ली।
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लाचार दिखा वन विभाग
पथरडीह व धधकीडीह गांव में हाथियों से जान-माल को नुकसान नही पहुंचा। इसके बावजूद ग्रामीणों में काफी दहशत है। सूचना पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारी व कर्मचरी पूरी तरह से लाचार दिखे। रेंजर सुशील वर्मा, वनपाल पवन ¨सह व वनरक्षी हाथी को खदेड़ने के लिए कुछ पटाखे लेकर आए थे। उन्हें देखते ही ग्रामीणों का आक्रोश भड़क गया। ग्रामीणों ने विभाग के अधिकारियों को काफी फटकार लगाई। विभाग के अधिकारी ने कहा कि इससे ज्यादा कोई व्यवस्था नही है।