Jharkhand के जमशेदपुर में प्रेमी-प्रेमिका की गोली मारकर हत्या, पार्क में मिली दोनों की लाश Jamshedpur news
झारखंड के जमशेदपुर में अजीबोगरीब घटना घटी। जुगसलाई थाना इलाके के पार्क में लड़का-लड़की की लाश मिली। दोनों की कनपट्टी में गोली लगी थी। ऑनर किलिंग की आशंका जताई गई है।
जमशेदपुर, जेएनएन। जमशेदपुर शहर के जुगसलाई थाना क्षेत्र के टाटा पिगमेंट के पास एक पार्क में लड़का-लड़की का शव बरामद हुआ। दोनों की कनपट्टी में गोली मारी गई थी। यह पता नहीं चल सका है कि दोनों ने एक-दूसरे को गोली मारी या किसी ने गोली मार कर यहां फेंक दिया । बताया जा रहा कि दोनों प्रेमी-प्रेमिका थे। पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। पुलिस का कहना है कि मामला खुदकशी या ऑनर ऑनर किलिंग का हो सकता है। पुलिस के अनुसार दोनों बागबेड़ा के रहने वाले थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
युवती के हाथ में थी पिस्तौल
युवती के हाथ में पिस्तौल बरामद किया गया है।सूचना मिलते ही सिटी एसपी सुभाषचंद्र जाट घटनास्थल पहुंचे, जिसके बाद पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि मामला हत्या से जुड़ा है या आत्महत्या से। वैसे प्रथम दृष्टया मामला हत्या का बताया जा रहा है। युवक के पिता दीपेंद्र उपाध्याय ने बागबेड़ा थाना में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है। नवयुवक की पहचान बागबेड़ा के लाल बिल्डिंग स्थित रेलवे कॉलोनी निवासी सरोज उपाध्याय और युवती सिमरन बागबेड़ा के बड़ौदा घाट रिवर व्यू कॉलोनी निवासी के रूप में की गई है।
सरोज जमशेदपुर को-आपरेटिव कॉलेज के पार्ट-टू का छात्र जबकि युवती बिष्टुपुर स्थित दयानंद पब्लिक स्कूल की दसवीं की छात्रा थी। दोनों प्रेमी प्रेमिका थे। घटना की जानकारी बुधवार सुबह पार्क में मॉर्निंग वॉक पर आए लोगों से पुलिस को मिली। सरोज के सिर में तीन गोली और सिमरन की कनपटी में एक गोली लगने के निशान पाए गए हैं। पुलिस ने मौके से तीन खोखा व तीन जिंदा गोली भी बरामद किया है। दोनों के परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। युवक के पिता दीपेंद्र उपाध्याय बोरिंग कराने का काम करते हैं, जबकि युवती के पिता राकेश कुमार चाईबासा में रेलवे कर्मचारी हैं। युवक सरोज के बड़े भाई मुकेश प्रशिक्षु दरोगा हैं। गोड्डा में कार्यरत हैं। युवती का मूल निवास लखीसराय (बिहार) के अभयपुर में है, जबकि युवक शाहपुर (बिहार) का मूल निवासी है।
लड़के के परिजन जता रहे हत्या की आशंका
घटनास्थल पर जांच करती पुलिस।
मृतक सरोज के छोटे भाई अमरेंद्र उपाध्याय का कहना है कि उनके भाई बुधवार की रात 12:00 बजे घर आए थे । 1:30 बजे के करीब उनके मोबाइल पर एक फोन आया। इसके बाद वह घर से चप्पल पहने ही निकल गए। गेट भी बंद नहीं किया। सुबह जब पिता राकेश कुमार 3:30 बजे उठे तो देखा सरोज नहीं है। 6:00 बजे तक इंतजार किया। इसके बाद सरोज को फोन लगाया तो उसका फोन आउट ऑफ रीच मिला। बाद में तकरीबन 6:00 बजे जुगसलाई थाना प्रभारी ने पिता को फोन कर घटना की जानकारी दी। तब यह लोग थाने आए। मृतक सरोज के परिजनों का कहना है कि किसी ने सरोज को घर से बुलाकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने सरोज का मोबाइल बरामद किया है और कॉल डिटेल खंगाल रही है।
उधर, गोड़डा से मिली जानकारी के अनुसार भाई की मौत की सूचना मिलने पर प्रशिक्षु दारोगा मुकेश उपाध्याय एसपी से छुट्टी लेकर बुधवार की सुबह जमशेदपुर निकल गए। गोड़डा के एसपी शैलेन्द्र वर्णवाल ने बताया कि मुकेश जिले के सुंदरपहाड़ी थाना में पोस्टेड हैं। गत माह ही जिले में 30 नए प्रशिक्षु दारोगा ने योगदान दिया है, उसमें मुकेश उपाध्याय भी शामिल है।