पेट की चर्बी से हैं परेशान तो करें यह योगासन, जल्द मिल जाएगी मुक्ति
अगर आप पेट की चर्बी से परेशान हैं तो यह आसान योगा टिप्स आजमाकर इसे दूर भगा सकते हैं। जमशेदपुर की जानी मानी योगा एक्सपर्ट पूनम वर्मा के अनुसार बस आपको नियमित रूप से यह योगा करने की जरूरत है...
जमशेदपुर : जीवन शैली में बदलाव, खराब खानपान, आरामदायक जीवन-शैली के कारण ज्यादा लोगों का पेट बाहर निकल रहा है यानी पेट की चर्बी से परेशानी हो रही है। पेट निकलने की बीमारी हरेक तीसरे व्यक्ति में देखने को मिलता है। सोनारी की योगा एक्सपर्ट पूनम वर्मा के अनुसार, कोविड-19 की वजह से लाकडाउन लगाना पड़ा। अधिकतर लोगों को घर में ही बैठकर काम करना पड़ा, जो आज भी चल रहा है।
लाकडाउन के वर्क फ्राम होम करने से लोगों को खाना खाकर बैठकर काम करना पड़ा। इसकी वजह से मोटापा व बेली फैट के लोग शिकार हो गए हैं। बेली फैट की वजह से लोगों को कई गंभीर बीमारी होती है। मोटापे से ग्रसित लोगों को रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग जैसी कई बीमारियां होने की संभावना बढ़ गई है। ऐसे में पेट की चर्बी को कम करना अति आवश्यक है।
पेट की चर्बी कम करना आसान नहीं
पूनम वर्मा ने बताया कि पेट की चर्बी को कम करना, मोटापा हटाना इतना आसान नहीं है। इसके लिए लंबे समय तक खानपान व जीवन शैली में बदलाव करने से ही पेट की चर्बी को कम कर सकते हैं। तेलीय व बाहरी वस्तुओं से परहेज करना जरूरी है। इसके अलावा योगासन की मदद से हम बेली फैट को कम कर सकते हैं। नियमित रूप से योग करने से न सिर्फ पेट की चर्बी कम की जा सकती है बल्कि यह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचाव करते है।
ताड़ासन : मोटापा व पेट कम करने में ताड़ासन काफी फायदेमंद साबित होता है। इससे पूरे शरीर में खिंचाव महसूस होता है। एक शोध के मुताबिक पेट की चर्बी कम करने में यह आसन अन्य योगासनों से काफी लाभदायक साबित होता है। यह लंबाई बढ़ाने में भी मदद करता है। ताड़ासन के साथ ही हम तिर्यक ताड़ासन भी कर सकते हैं।
त्रिकोणासन: त्रिकोणासन करने से कमर के नीचे की चर्बी कम होती है। यह आसन मुद्रा त्रिकोण जैसी होती है। इस नियमित करने से मोटापा कम होता है साथ ही शरीर में स्फूर्ति व फेफड़ा मजबूत होता है। कमर दर्द व साइटिका बीमारी में यह त्रिकोणासन कारगर साबित होता है।
पार्श्वकोणासन : कूल्हे व जांघ की चर्बी कम करने के लिए यह पार्श्वकोणासन कारगर साबित होता है। बेली फैट कम करने के साथ ही यह आसन कब्ज, एसिडिटी आदि से राहत दिलाता है। इसे नियमित रूप से करने से घुटने मजबूत होते हैं तथा पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है।