दीक्षा समारोह से पहले छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन
XLRI. एक्सएलआरआइ में उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब बड़ी संख्या में छात्रों का एक दल टाटा आडिटोरियम के प्रवेश द्वार की सीढि़यों पर बैठ गया और नारेबाजी करने लगा।
जासं, जमशेदपुर : देश-विदेश में प्रबंधन संस्थानों में अपनी पहचान रखने वाले जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट
( एक्सएलआरआइ) में उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब बड़ी संख्या में छात्रों का एक दल टाटा आडिटोरियम के प्रवेशद्वार की सीढि़यों पर बैठ गया और नारेबाजी करने लगा। छात्र नारे लगा रहे थे, वी वांट ओएच। बताया गया कि संस्थान में प्रथम वर्ष उत्तीर्ण करने के बाद ये छात्र ओएच (ओल्ड हॉस्टल) की मांग कर रहे थे।
दीक्षांत समारोह शुरू होने का समय 4.30 बजे निर्धारित था। ये छात्र ठीक उसके पहले आडिटोरियम की सीढि़यों और सामने वाली सड़क पर बैठ गए और किसी को आडिटोरियम में प्रवेश नहीं करने दे रहे थे। उनकी नाराजगी इस बात को लेकर थी कि उन्हें फर्स्ट इयर उत्तीर्ण करने के बाद सेकेंड इयर के लिए ओल्ड हॉस्टल में शिफ्ट किया जाना चाहिए था लेकिन हॉस्टल में शिफ्ट करने के बजाये पुराने वाले हॉस्टल में ही रखा जा रहा है। जबकि 40 साल से नियम है कि सेकेंड इयर के स्टूडेंट को कैंपस के मुख्य गेट के पास स्थित हॉस्टल के कमरे अलाट किए जाते थे। विरोध कर रहे छात्रों के साथ एक्सएलआरआइ के एलुमनी रणवीर सिन्हा भी थे। एक्सएलआरआइ में संभवत: ऐसा पहली बार हुआ जब संस्थान के छात्रों ने आयोजन में खलल डालने की कोशिश की।
हंगामे के चलते आधा घंटा विलंब से शुरू हुआ समारोह
टाटा आडिटोरियम में दीक्षा समारोह शुरू होने का समय 4.30 बजे था लेकिन छात्रों द्वारा मुख्य द्वार की सीढि़यों पर बैठ जाने के कारण आवागमन रुक गया। बाद में किसी तरह छात्र वहां से हटे और कार्यक्रम की शुरुआत की गई। तबतक आधा घंटा विलंब हो चुका था। यानि पांच बजे के बाद कार्यक्रम शुरू हुआ।
आक्रोशित छात्रों ने मीडिया को रोका
दीक्षा समारोह के कवरेज के लिए संस्थान की ओर से मीडिया को आमंत्रित किया गया था। विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्र काफी आक्रोश में थे और मीडियाकर्मियों को तस्वीर लेने से रोक रहे थे। उनका कहना था कि यह उनका आंतरिक मामला है और वे इसे खुद निपटा लेंगे। तस्वीर लेने की कोशिश करनेवालों के साथ छात्रों की बकझक भी हुई।
ये कहते प्रवक्ता
इस मामले को तूल देने की जरूरत नहीं है। छात्र बेवजह विरोध कर रहे हैं। जिस हॉस्टल में वे रह रहे हैं वहां किसी तरह की दिक्कत नहीं है।
- सुनील वर्गीस, प्रवक्ता एक्सएलआरआइ।