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Weekly News Roundup Jamshedpur : मैडम शौचालय तो साफ करवा दीजिए, पढ़ि‍ए शिक्षा जगत की अंदरूनी खबर

Weekly News Roundup Jamshedpur.अजीबोगरीब है कि भूगोल और सोशियोलॉजी में पीएचडी करने वाले शिक्षक हिंदी और एमबीए के एचओडी बने बैठे हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Wed, 19 Feb 2020 12:26 PM (IST)Updated: Wed, 19 Feb 2020 12:26 PM (IST)
Weekly News Roundup Jamshedpur : मैडम शौचालय तो साफ करवा दीजिए, पढ़ि‍ए शिक्षा जगत की अंदरूनी खबर
Weekly News Roundup Jamshedpur : मैडम शौचालय तो साफ करवा दीजिए, पढ़ि‍ए शिक्षा जगत की अंदरूनी खबर

जमशेदपुर, वेंकटश्‍वर राव। Weekly News Roundup Jamshedpur कोल्हान विश्वविद्यालय के सबसे प्रतिष्ठित कॉलेजों में से एक जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की छात्राएं शौचालय जाने से कतरा रही हैं। बताया जा रहा है कि शौचालयों की साफ-सफाई नहीं होने और बदबू हेने की वजह से छात्राएं इनका इस्तेमाल नहीं कर पा रही हैं।

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छात्राएं कई बार इस समस्या की शिकायत वीमेंस कॉलेज प्रबंधन से कर चुकी हैं। फिर भी इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। छात्राओं का कहना है कि कुछ बोलने पर प्रबंधन डांट फटकार कर चुप करा देता है। यह समस्या गंभीर होती जा रही है। स्थिति ऐसी हो गई है कि जब छात्राएं फैकल्टी के लिए बने शौचालय में जाती हैं तो बंद कर दिया जाता है। इससे छात्राएं परेशान हैं। हालांकि, कॉलेज की प्राचार्य ने छात्राओं को इस संबंध में भरोसा दिलाया है कि इस समस्या का निदान होगा। कर्मचारियों को अविलंब सफाई का निर्देश दिया गया है। परीक्षा के दौरान दिक्कत और बढ़ जाती है।

भूगोल में पीएचडी, हिंदी के एचओडी

कोल्हान विश्वविद्यालय के कई कॉलेज ऐसे हैं जहां विभिन्न विषयों में पीएचडी करने वाले कई शिक्षक-शिक्षिकाएं अन्य विषयों के एचओडी बने हुए हैं। इसकी चर्चा शिक्षा जगत में लगातार हो रही है। लेकिन, ऐसे शिक्षकों को हटाने के बजाय उन्हें उपहार प्रदान किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के अधिकारी भी जानकर अंजान बने हुए हैं। नियमों की धज्जियां लगातार उड़ रही हैं। पर, क्या करें इनका संपर्क इतना तगड़ा है कि इनकी नियुक्ति  पसंदीदा कॉलेज में हो ही जाती है। खासकर महिला कॉलेज इनकी पहली पसंद है। भूगोल और सोशियोलॉजी में पीएचडी करने वाले शिक्षक हिंदी और एमबीए के एचओडी बने बैठे हैं। इस कारण कॉलेज के अन्य शिक्षकों में रोष व्याप्त है। लेकिन, वे क्या करें विश्वविद्यालय के शीर्षस्थ अधिकारी के चहेते हैं। रोष प्रकट करने वाले शिक्षक मन मसोज कर रह जाते हैं। आखिर इनकी नियुक्ति कैसे एचओडी के रूप में हुई, यह भी जांच का विषय है।

कार्रवाई से डर क्यों रहा प्रशासन

चर्च स्कूल बेल्डीह व सेक्रेड हार्ट कान्वेंट पर कार्रवाई करने से जिला प्रशासन क्यों डर रहा है, समझ से परे है। कान्वेंट मामले में जिला शिक्षा अधीक्षक विनीत कुमार ने खुद रिपोर्ट तैयार कर जिला आयुक्त को भेज रखी है। आयुक्त स्तर से इस स्कूल पर कार्रवाई होनी है। आठ माह से इस स्कूल की संचिका आयुक्त कार्यालय में धूल फांक रही है। रिपोर्ट में शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत नियमों की अवहेलना की बात बताई गई है। चर्च स्कूल बेल्डीह के मामले में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ने 24 अगस्त 2019 को जांच कर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में रिपोर्ट समर्पित कर दी थी। इसमें स्कूल पर नियमों की अवहेलना करने की बात बताई गई थी। जांच रिपोर्ट में शिक्षकों के वेतन, आधारभूत संरचना व मूलभूत जरूरतों के अलावा कई कमियों की बात बताई गई थी। इस पर भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पायी है।

कागज पर ही हो रही कार्रवाई

राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग में निजी स्कूलों को लेकर कई शिकायतें जमशेदपुर अभिभावक संघ एवं अन्य संस्थाओं ने की हैं। खासकर डीएवी बिष्टुपुर, डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल कदमा, सेक्रेड हार्ट कान्वेंट में प्रवेश कक्षा में एडमिशन को लेकर। कई स्कूलों में जांच में देरी को लेकर उपायुक्त तक को शो कॉज हुआ। लेकिन, यह कार्रवाई सिर्फ कागज तक ही सिमट कर रह गई। स्कूलों पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हो पायी। अभिभावक अपने बच्चों के एडमिशन को लेकर छह माह से चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन स्कूलों को कोई परेशानी नहीं होती। आयोग का भी उन्हें भय नहीं है। स्कूल भी जानते हैं आयोग को एक जवाब देना ही काफी है। स्कूल भी अपने स्तर से जिला शिक्षा विभाग एवं उपायुक्त को जवाब दे देते हैं। शिक्षा विभाग एवं उपायुक्त के स्तर से जवाब आयोग को भेज दिया जाता है। इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है।


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