मैदान समेत पांच स्कूलों में लगेगा वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
दैनिक जागरण का कितना-कितना पानी अभियान परवान चढ़ रहा है। बुधवार को मानगो के गांधी मैदान में जल संसद में आजाद बस्ती की जल सेना ने तय किया कि वो पहले चरण में छह स्थानों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाएगी। इनमें से एक वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम गांधी मैदान में लगाया जाएगा। इसके अलावा एक-एक हार्वेस्टिंग सिस्टम हनफिया स्कूल एपीजे अब्दुल कलाम हाईस्कूल समेत पांच स्कूलों और मदरसों में लगाया जाएगा। जल सेना ने इन स्कूलों के प्रिंसिपल से इस बाबत बात कर ली है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : दैनिक जागरण का 'कितना-कितना पानी' अभियान परवान चढ़ रहा है। बुधवार को मानगो के गांधी मैदान में जल संसद में आजाद बस्ती की जल सेना ने तय किया कि वो पहले चरण में छह स्थानों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाएगी। इनमें से एक वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम गांधी मैदान में लगाया जाएगा। इसके अलावा, एक-एक हार्वेस्टिंग सिस्टम हनफिया स्कूल, एपीजे अब्दुल कलाम हाईस्कूल समेत पांच स्कूलों और मदरसों में लगाया जाएगा। जल सेना ने इन स्कूलों के प्रिंसिपल से इस बाबत बात कर ली है।
दैनिक जागरण पानी की बर्बादी रोकने और बरसात के पानी को ग्राउंड में रिचार्ज करने के लिए अभियान चला रहा है। अभियान का मकसद शहर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा देकर बरसात के पानी को जमीन में रिचार्ज कराना है। ताकि, भूगर्भ जल स्तर ऊंचा उठे और जल संकट दूर हो। अभियान के पहले चरण में शहर के जल संकट वाले इलाकों की खबरें प्रकाशित की गई ताकि लोग स्थिति की गंभीरता को समझें। इसके बाद दैनिक जागरण कार्यालय में शहर की विभिन्न समितियों और बुद्धिजीवियों के साथ जल संवाद किए गए। उन्हें जल संकट के बारे में बताया गया। इसके बाद मोहल्लों, अपार्टमेंट और स्कूलों में जाकर जल सेना बनाई गई। जल सेना बनने के बाद अब मोहल्लों में जल संसद शुरू हो गई है। पहली जल संसद मानगो के गांधी मैदान में हुई। इस जल संसद में मोहल्ले के बड़े-बुजुर्गो में दैनिक जागरण के अभियान की तारीफ की और कहा कि वो लोग इस अभियान से काफी प्रभावित हैं। जल संसद में बोलते हुए मानगो वेलफेयर मिशन के अध्यक्ष डा. अफरोज शकील ने सबको जल संकट के बारे में समझाया। लोगों को बताया कि भूगर्भ जल स्तर खत्म हो रहा है। इसलिए बरसात का पानी बचाना बेहद जरूरी है। सभी को अपने-अपने घरों में जहां जगह है रेन वाटर हार्वेस्टिंग करना चाहिए। साथ ही मोहल्लों के पार्क में रेन वाटर हार्वेस्टिंग करना बेहद जरूरी है। जल सेना ने तय किया कि वो कम से कम छह स्थानों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग करेगी। साथ ही अगर कहीं पानी बर्बाद किया जा रहा है तो इसे रोका जाएगा। पानी की बर्बादी करने वाले को समझा कर इसकी बर्बादी रोकी जाएगी। शाकिर खान ने कहा कि पानी बेहद कीमती है। इसे कहीं बनाया नहीं जा सकता। इसलिए कुदरत से हमें जो पानी मिलता है। उसे ही संजो कर रखने में हमारी भलाई है। जल संसद में मो. अनवर, शाहिद अली, नवाजिश अली, मो. निजामुद्दीन, मो. सलीमउद्दीन, सराफत हुसैन, मो. आफताब आलम, मुख्तार खान, मो. साबिर, मो. शकील, मो. नसीम खान, ओसामा खान, इश्त्याक आदि थे।
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अफरोज को बनाया जल सेना का अध्यक्ष
दैनिक जागरण की आजाद बस्ती में बनी जल सेना में समाजसेवी डा. अफरोज शकील, समाजसेवी शाकिर खान, हनफिया स्कूल के प्रिंसिपल मो. ताहिर हुसैन, अफरोज असलम, अल कबीर पॉलीटेक्निक के प्रोफेसर आफताब आलम, इरशाद खान, जैद अकील, शाहिद अख्तर, अनुराग श्रीवास्तव, दयानंद स्वामी, बाबू खान, ऐनुल हक, मो. फैज, मो. इरफान और मो. राजू हैं। सभी ने सर्वसम्मति से डा. अफरोज शकील को जल सेना का अध्यक्ष चुना।