दो साल से डीप बोरिग में नहीं कराया बिजली कनेक्शन, कैसे खत्म हो जल संकट
मानगो की उलीडीह आदिवासी बस्ती की कंचन कालिंदी बार-बार नगर निगम द्वारा की गई डीप बोरिग को उम्मीद भरी नजरों से देख रही है कि कब ये पानी उगलना शुरू करेगी। तभी मोहल्ले की दो-चार महिलाएं आकर उससे पूछती हैं-का है कंचन का देख रही हो। कंचन बताती है कि दो साल पहले बोरिग हुई थी। टंकी भी रख दी गई है। बस बिजली का कनेक्शन हो जाए तो ये पानी देने लगेगी। लेकिन ठेकेदार अधूरा काम छोड़कर भागा तो अब तक नहीं आया। बोरिग के पानी नहीं देने की वजह से सारा मोहल्ला परेशान है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मानगो की उलीडीह आदिवासी बस्ती की कंचन कालिंदी बार-बार नगर निगम द्वारा की गई डीप बोरिग को उम्मीद भरी नजरों से देख रही है कि कब ये पानी उगलना शुरू करेगी। तभी मोहल्ले की दो-चार महिलाएं आकर उससे पूछती हैं-का है कंचन, का देख रही हो। कंचन बताती है कि दो साल पहले बोरिग हुई थी। टंकी भी रख दी गई है। बस बिजली का कनेक्शन हो जाए तो ये पानी देने लगेगी। लेकिन, ठेकेदार अधूरा काम छोड़कर भागा तो अब तक नहीं आया। बोरिग के पानी नहीं देने की वजह से सारा मोहल्ला परेशान है। यहां के सारे 25 हैंडपंप सूख गए हैं। पानी के लिए बवेला है। बस्ती के लोग पानी का संघर्ष रात तीन बजे से शुरू कर देते हैं और मानगो चौक से पानी लाकर बिलबिला रहे बच्चों की प्यास बुझाते हैं।
बस्ती में पानी को लेकर परेशानी है लेकिन, अब तक कोई जनप्रतिनिधि कभी यहां की जनता का दुख-दर्द पूछने नहीं आया। तकरीबन 2500 के आसपास मकान वाली इस उलीडीह आदिवासी बस्ती में बिरसा रोड के किनारे कंचन कालिंदी के घर के सामने दो साल पहले नगर निगम के ठेकेदार ने बोरिग की थी। बोरिग के बाद पास ही एक ऊंचा प्लेटफार्म बना कर उस पर एक बड़ी टंकी रखी गई। बोरिग में बिजली का कनेक्शन करना और पाइप को टंकी से जोड़ना बाकी था। ये काम दो साल से नहीं हो सका है। मोहल्ले की सीमा कालिंदी बताती हैं कि वो लोग कई बार मानगो नगर निगम गए। वहां से बोरिग में कनेक्शन का नाम लेते ही भगा दिया जाता है। रमेश बताते हैं कि उलीडीह के ठेकेदार ने बोरिग और टंकी रखने का ठेका लिया था। लेकिन, उसने काम पूरा नहीं किया।
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15 मिनट आता है पानी, नहीं भर पाते
मोहल्ले की महिलाएं बताती हैं बस्ती के कुछ मकानों में ही मानगो जलापूर्ति योजना का कनेक्शन है। बाकी लोग पानी भरने उन्हीं के घरों में जाती हैं। लेकिन, दिन भर में 15 मिनट ही पानी आने की वजह से वो भर नहीं पातीं। एक महिला उल्टे सवाल दाग देती है। भैया बताइए, 15 मिनट पानी आएगा तो घर वाला ही तो भरेगा। दूसरों को क्यों भरने देगा।
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मानगो चौक से लाते हैं पानी
बस्ती की सूखो देवी बताती हैं कि उनके यहां रात तीन बजे से ही पुरुष पानी के जुगाड़ में लग जाते हैं। लोग मानगो चौक से वाहनों पर लाद कर पानी लाते हैं। जिस दिन मानगो जलापूर्ति योजना किसी खराबी के चलते बंद रहती है। इस बस्ती में पानी को लेकर हाहाकार रहता है।
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कभी नहीं हुई हैंडपंप की मरम्मत
नगर निगम में हैंडपंप की मरम्मत का हर साल फंड आता है। लेकिन, इस बस्ती के खराब बरसों से खराब पड़े हैंडपंप का कोई पुरसाहाल नहीं है। कई हैंडपंप के तो डंडे भी निकाल लिए गए हैं। कुछ सही सलामत हैं भी तो पानी नहीं दे रहे हैं। मोहल्ले के राजू कालिंदी बताते हैं कि हैंडपंप की शिकायत हर बार मानगो नगर निगम से की जाती है लेकिन, आज तक कोई मरम्मत करने नहीं आया। पता नहीं हैंडपंप की मरम्मत का फंड कहां खर्च होता है। रेशमा कालिंदी बताती है कि बोरिग का पाइप और अन्य सामान रखा है। बस बिजली कनेक्शन हो जाए तो सब ठीक हो जाएगा।
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मेरे संज्ञान में ये बात नहीं थी। अगर ठेकेदार ने ऐसा किया है तो कार्रवाई होगी और बोरिग में बिजली का कनेक्शन कराया जाएगा।
राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, कार्यपालक अधिकारी, मानगो नगर निगम
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यहां पानी की जबर्दस्त किल्लत है। लोग परेशान हैं। जलापूर्ति योजना का पानी 15 मिनट ही आता है। यहां की गई बोरिग में कनेक्शन होना चाहिए।
भारती कालिंदी, उलीडीह, आदिवासी बस्ती
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मेरे घर के सामने ही बोरिग हुई थी। लेकिन, अब तक बिजली कनेक्शन नहीं होने से इसका फायदा लोगों को नहीं मिल रहा है। नगर निगम को चाहिए कि वो इसमें कनेक्शन कराए।
कंचन कालिंदी, उलीडीह, आदिवासी बस्ती
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बस्ती में पानी की दिक्कत है। लोग परेशान हैं। सरकार ध्यान नहीं दे रही है। बोरिग कराई गई लेकिन, बिजली कनेक्शन नहीं कराया गया। ये तो अंधेर है।
शुभो कालिंदी, उलीडीह बस्ती
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मानगो नगर निगम को बोरिग में कनेक्शन कराना चाहिए। कई बार कहने के बाद भी यहां डीप बोरिग में कनेक्शन नहीं कराया गया। कनेक्शन हो जाए तो बस्ती वासियों को पानी मिलने लगे।
सुखो कालिंदी, उलीडीह बस्ती