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सुबह जल्दी उठें, परीक्षा का टेंशन खत्म करने को करें मेडिटेशन Jamshedpur News

जागरण प्रश्न पहर में बुधवार को करनडीह स्थित एलबीएसएम कॉलेज के काउंसलर शिक्षक सह साइकोलॉजिस्ट डा. प्रशांत ने छात्रों के इस खौफ को दूर किया।

By Edited By: Published: Thu, 06 Feb 2020 07:00 AM (IST)Updated: Thu, 06 Feb 2020 12:58 PM (IST)
सुबह जल्दी उठें, परीक्षा का टेंशन खत्म करने को करें मेडिटेशन Jamshedpur News
सुबह जल्दी उठें, परीक्षा का टेंशन खत्म करने को करें मेडिटेशन Jamshedpur News

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। परीक्षा का समय है। इसमें छात्रों को परीक्षा से डर लगता है। लेकिन, जागरण प्रश्न पहर में बुधवार को करनडीह स्थित एलबीएसएम कॉलेज के काउंसलर शिक्षक सह साइकोलॉजिस्ट डा. प्रशांत ने छात्रों के इस खौफ को दूर किया।

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डा. प्रशांत ने परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि परीक्षा का टेंशन दूर करने को परीक्षार्थी सुबह जल्दी उठें और तनाव दूर करने को मेडिटेशन (ध्यान लगाएं) करें। सवाल : मैं इंटर ऑर्ट की परीक्षा देने जा रही हूं। इतिहास और राजनीति विज्ञान से डर लगता है। क्या करूं। गीतांजलि हेंब्रम, राजदोहा जवाब : डरने की कोई बात नहीं। इतिहास को क्रोनिकल ऑर्डर में तैयार करें। जैसे की घटनाएं हुई हैं उसके साल के हिसाब से तैयारी करें। साथ ही एसोसिएशन लर्निग करें।

यानि घटनाओं को किसी घटना के साथ जोड़ कर तैयार करें इससे आपको वो सवाल याद रहेगा। सवाल : इंटर आर्ट से कर रही हूं। परीक्षा से घबरा रही हूं। कैसे तैयारी होगी। क्या करूं। रेखा कुमारी, कदमा जवाब : परीक्षा से बिल्कुल मत डरें। पूरे आत्मविश्वास के साथ तैयारी करें। पिछले कई साल के परीक्षा के प्रश्न पत्र एकत्र करें और देखें कि पिछली परीक्षा में कैसे सवाल आए थे। इसके हिसाब से तैयारी करें।

सवाल : इंटर की परीक्षा देने जा रही हूं। इसकी तैयारी चल रही है। बहुत टेंशन है। क्या करूं। - पूनम कुमारी करनडीह

जवाब : जब कोई जिम्मेदारी सामने आती है तो दो तरह के टेंशन होते हैं। पहला यू स्ट्रेस। ये धनात्मक होता है। इसमें तनाव तो होता है। लेकिन, इंसान डट कर काम करता है और बेहतर प्रदर्शन करता है। दूसरा डी स्ट्रेस होता है। इसलिए, परीक्षा को चुनौती के तौर पर लें और तैयारी करें। पढ़ाई का एक रूटीन बना लें।

सवाल : मेरी बेटी पांच साल की है। पढ़ने से जी चुराती है। जब भी पढ़ने को कहो तो वो इधर-उधर बहाना बनाती है। काफी डांटने पर पढ़ने के लिए बैठती है। - इफ्तेखार अली, मानगो

जवाब : आपकी बेटी अभी छोटी है। उस पर पढ़ाई का सीधा दबाव नहीं बनाएं। उसे खेल खेल में पढ़ाएं। पढ़ने की आदत डालें। इससे आपकी बेटी को धीरे-धीरे पढ़ने की आदत होगी।

सवाल : मेरा बेटा बड़बड़ ज्यादा करता है। कुछ लोग बोलते हैं कि उसका दिमाग कमजोर है। लेकिन, पढ़ाई में वो ठीक है। गाना भी बेहद अच्छा गाता है। क्या करें। -साधना चक्रवर्ती, कदमा

जवाब : आपके बेटे को आब्सेसिव कंपल्सिव डिसआर्डर नामक बीमारी है। इससे पीड़ित व्यक्ति अधिक बोलता है। किसी अच्छे डाक्टर को दिखाएं।

सवाल: मेरे एक रिश्तेदार झूमड़दास को अचानक दौरा पड़ता है। क्या करें। - पापाई चक्रवर्ती, कदमा

जवाब : उन्हें एक अच्छे डाक्टर को दिखाएं।


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